उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट चुके हैं। सोशल मीडिया के जरिए भी वो विपक्षियों पर निशाना साध रहे हैं। अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर उन्होंने लिखा, ‘जिन लोगों ने राम भक्तों पर गोलियां चलवाई, क्या आप और हम उनको माफ कर देंगे।’
सीएम योगी के इस ट्वीट पर ढेरों ट्विटर यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया देने लगे। पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह लिखते हैं, ‘फ्रस्ट्रेशन देखो, हार सामने खड़ी है तो खलबली मची है। कोरोना/ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतें, चिताएं और गंगा में तैरते शवों को नहीं भूलेंगे। विकास की बात क्यों नहीं करते? बेरोजगारी, महंगाई, खेती किसानी, भूखमरी पर भी बोलो।’
विनोद कापड़ी ने लिखा, साढ़े चार साल के कार्यकाल के बाद आदित्यनाथ 31 साल पहले मुलायम सिंह के समय हुई फायरिंग पर वोट मांग रहे हैं। इतना खोखला था रामराज्य? हंसराज मीणा ने लिखा, जिन लोगों ने सोनभद्र में आदिवासियों का नरसंहार करवाया क्या आप और हम उनको माफ कर देंगे? जिन लोगों ने लखीमपुर में किसानों का नरसंहार करवाया क्या आप और हम उनको माफ कर देंगे? जिन लोगों ने हाथरस की बेटी का रात में अंतिम संस्कार करवाया क्या आप और हम उनको माफ कर देंगे?
पंकज झा लिखते हैं, यूपी के चुनाव में राम भक्त बनाम राम द्रोही। प्रियंका चौहान लिखती हैं कि जिन लोगों किसानों पर गाड़ियां चढ़ा दीं क्या आप और हम उनको माफ कर देंगे? अंकित लाल ने लिखा कि जिन लोगों ने अंग्रेजों के लिए मुखबिरी की, क्या आप और हम उनको माफ कर देंगे?
चंदन सिंह लिखते हैं कि आप यूपी में यूं ही विकास करते रहिए। हम अपराधियों को नहीं भूलेंगे।धवल सिंह (dhavallhingu1) लिखते हैं कि ऐसे लोगों को न हमने माफ किया है और न कभी माफ करेंगे। प्रमोद कुमार सिंह (Pramodk05637970)लिखते हैं कि मरते दम तक ऐसे लोगों को नहीं बुलाया जा सकता है जिन्होंने हमारी भावनाओं पर गोली चलाई। प्रिंस सिंह परमार ट्विटर अकाउंट पर लिखा गया कि राम भक्तों पर गोलियां चलाने वाले लोगों को उत्तर प्रदेश न भूल सकता है और न ही माफ कर सकता है।
गौरतलब है कि सीएम योगी ने शुक्रवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि सपा सरकार के शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस होते थे। राम भक्तों पर गोली चलाई जाती थी और आतंकवादियों की आरती उतारी जाती थी।