उत्तर प्रदेश पुलिस ट्विटर के माध्यम से लोगों की शिकायतें सुनती है और उस पर कार्रवाई भी करती है। हालांकि उन्नाव से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें ट्विटर पर शिकायत करने पर एक शख्स को SHO ने बेल्ट से पीट दिया। शख्स की पीठ पर बेल्ट के निशाने छपे हुए हैं।

ट्विटर पर की शिकायत तो आगबबूला हो गये थानाध्यक्ष!

पीड़ित शख्स ने बताया कि गांव के ही एक शख्स ने उस पर हमला कर दिया था। उसने इसकी शिकायत ट्विटर के माध्यम से कर दी। इस पर थानाध्यक्ष आग बबूला हो गये। उन्होंने शख्स को बुलाकर मेडिकल करवाया और उसकी पिटाई कर दी। शख्स ने कहा, उसकी पीठ पर जो चोट के निशान हैं, वह थानाध्यक्ष द्वारा पिटाई के कारण ही है।

शख्स ने कहा- रात हो गई थी इसलिए ट्विटर पर लिखी शिकायत

शख्स ने बताया कि रात हो गई थी, मैंने थाने पर नहीं जा पाया इसलिए ट्विटर पर ही शिकायत कर दी। इसी बात से थानाध्यक्ष नाराज हो गये थे और थाने बुलाकर पिटाई की। इसके बाद कहा कि ट्विटर पर शिकायत करोगे तो इसी तरह के अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो।

पीड़ित शख्स विकास सिंह चौहान ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है। विकास ने बताया कि उसने फिर से अपना मेडिकल करवाया है और अपना इलाज जिला अस्पताल में करवा रहा है। सोशल मीडिया पर विकास सिंह चौहान के शरीर पर पड़े चोट के निशान को देखकर हर कोई पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है।

वहीं इस मामले को लेकर यूपी कांग्रेस ने सरकार पर तंज कसते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। कांग्रेस ने लिखा, ‘पड़ोसी से विवाद होने की सूचना ट्वीट के जरिये पुलिस को दी। क्योंकि, वह अपने बीमार पत्नी की दवा लाने जा रहा था। जिस कारण वह थाने नहीं जा सका। इतनी ही बात थानेदार साहब को खल गयी और उन्होंने कमरे में बंद करके इस युवक को बेरहमी से पीटा। यानी, इंसाफ मिला या नहीं लेकिन पिटाई जरूर मिली। UP वासियों! सतर्क रहिये। भूले से भी अगर कोई घटना ट्वीट कर दी तो इंसाफ के बदले पिटाई मिल सकती है। भाजपा की पुलिस का नियम यही हो गया है।’