यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के कारण कई भारतीय यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में फंसे हुए हैं। छात्रों को वहां से निकालकर भारत वापसी करवाई जा रही है लेकिन फंसे छात्रों की परेशानियों लगातार बढ़ती जा रही हैं। इसी बीच एक छात्र के मौत की भी खबर सामने आई है। वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का कहना है कि कई पाकिस्तानी छात्र भारत के झंडे का इस्तेमाल कर वहां से निकलने की कोशिश कर रहे हैं।
गिरिराज सिंह ने क्या कहा?: गिरिराज सिंह ने यूक्रेन में फंसे छात्रों पर बोलते हुए कहा कि “मोदी है तो मुमकिन है। 2008 में जब सीरिया में युद्ध हुआ था, तब मोदी जी ने भारतवासियों को वहां से रेस्क्यू किया था। मैं मोदी जी को धन्यवाद देता हूं कि भारतीय छात्रों को लेकर एक ट्रेन हंग्री की ओर प्रस्थान कर चुकी है। अब रेस्क्यू अंतिम चरण में हैं। भारत के विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री भारतीयों को बचाने के लिए कार्य कर रहे हैं।”
“भारत का झंडा इस्तेमाल कर रहे हैं पाकिस्तानी छात्र”: गिरिराज सिंह ने कहा कि “आपको मालूम होगा कि पाकिस्तान के छात्र भारत का झंडा लेकर फर्जी तरीके से घुस गये थे यानि पाकिस्तान ने अपने छात्रों को वहां मरने के लिए छोड़ दिया। उन्हें भारत के झंडे पर भरोसा था।” अब गिरिराज सिंह के इस बयान पर लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
इरशाद नाम के यूजर ने लिखा कि “कोई इन्हें बता दे कि पाकिस्तान के 2500 छात्र पाकिस्तान पहुंच चुके हैं और हमारे 20 हज़ार छात्र में से 16 हज़ार छात्र अभी वहीं फंसे हुए हैं। हर बात में मोदी मोदी करना ठीक नहीं है, कुछ काम हालात को देखकर तो कर लिया करो।” अकमल काजी नाम के यूजर ने लिखा कि “बिना पाकिस्तान, मुसलमान के इनको खाना ही हजम नहीं होता है। ये यूक्रेन में थे जो वहां सब देख लिए हैं।”
अखिलेश त्रिपाठी नाम के यूजर ने लिखा कि “ईश्वर ने जबान दी बोलने के लिए तो उसका उपयोग सिर्फ झूठ बोलने के लिए किया जाय तो ईश्वर का अपमान है। अरे मंत्री जी मोदी जी तो 2014 में प्रधानमंत्री बने तो 2008 में क्या मनमोहन सिंह जी का रूप धारण कर रेस्क्यू कर लिये?” एक अन्य यूजर ने लिखा कि “मोदीजी 2008 में स्वयं 8000 करोड़ का प्लेन उड़ा के सीरिया गए थे? या रामायण के समय के रावण का वाहन लेकर गए थे, ये बात भी बता देते।”