उन्नाव के एक ट्रैफिक पुलिस का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल हो रहे वीडियो में दिखाई दे रहा है कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी, थाने में इंस्पेक्टर के कमरे में खड़ा है और रो रहा है। वहां कुछ और लोग भी बैठे हैं। बताया जा रहा है वीडियो में रो रहा ट्रैफिक पुलिस का कर्मचारी जिसने स्थानीय विधायक के एक रिश्तेदार की गाड़ी की फोटो खींच ली थी क्योंकि उस पर हूटर लगा था। इससे विधायक के रिश्तेदार काफी नाराज हो गये और देख लेने की धमकी दी। वीडियो वायरल होने के बाद लोग इस पर तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

समाजवादी पार्टी के ट्विटर अकाउंट से वीडियो शेयर करते हुए लिखा गया कि “भाजपा के गुंडे ,लफंगे , उजड्ड और मवाली किस्म के दबंग ,गुंडे ,बदमाश नेता/कार्यकर्ता आजकल सड़क चलते आवारा सांड की भांति बिगड़ैल हो चुके हैं और चरम पर गुंडागर्दी कर रहे, उन्नाव में कुछ भाजपाइयों ने ट्रैफिक पुलिस के सिपाही को ना सिर्फ गाली गलौज दी बल्कि उसे खींचते हुए थाने ले गए। योगी जी के राज में योगी जी का अधीनस्थ पुलिसवाला अपनी इज्जत और वर्दी की बेइज्जती देखकर रो दिया, ये भाजपाइयों का गुंडाराज नहीं तो और क्या है? क्या इसी गुंडई ,मवालीगिरी और बदमाशी तथा लफंगागिरी तथा जनता एंव कानून को कुचलने के लिए भाजपाइयों ने सरकार बनाई थी ? बेहद शर्मनाक!”

सोशल मीडिया पर और भी लोग इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। अनुराग नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जी, आपने तो कहा था कि यूपी से सारे गुंडे पलायन कर चुके है, अगर ऐसा है तो फिर ये लोग कौन हैं जो एक पुलिसकर्मी को उसी के थाने में उसको रुला रहे है? क्या आपके राज में ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना भी पाप है?’ कपिल त्रिपाठी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ऐसे विधायकों के करीबी रिश्तेदारों पर और चाहे खुद विधायक हो, उस पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए, चालान काटना चाहिए। क्या यह विधायक हो गए तो इनके रिश्तेदारों का चालान नहीं होगा?’

एक यूजर ने लिखा कि ‘यूपी में कानून व्यवस्था बीजेपी नेता जूते में रखते हैं।’ मोहम्मद रजा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ये जो सत्ता के खुमारी में नेता जी के रिश्तेदार पुलिसकर्मी को सबके सामने रुला रहे हैं। इनके ऊपर कोई कार्रवाई होगी? या ये ट्रैफिक का जवान कार्रवाई झेलेगा?’ निशांत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यह बिलकुल सही नहीं है। ईमानदारी की सजा यह है? मतलब एक आदमी ईमानदारी से नौकरी भी नहीं कर सकता?’

अखिलेश कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इस तरह किसी पुलिस वाले का रोना पुलिस बल के लिए शर्मनाक ही नहीं निराशाजनक भी है, इससे आम जनता में भी बुरा संदेश जाता है। प्रकरण को बेहद गंभीरता से लिया जाना चाहिए।’ मोहन बिष्ट नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आदरणीय वीर बहादुर विधायक जी को सरकारी खर्चे पर एक साल के लिए पश्चिम बंगाल के दौरे पर भेजना चाहिए क्योंकि वहां, इनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को ऐसे वीर नेताओं की आवश्यकता है।’

बता दें कि वायरल हो रहे वीडियो में दिखाई दे रहा ट्रैफिक पुलिस के जवान ने विधायक के रिश्तेदार की हूटर लगी गाड़ी की तस्वीर खींच ली थी। आरोप है कि विधायक के रिश्तेदार ने पुलिस थाने में इंस्पेक्टर के सामने फजीहत की, जिससे ट्रैफिक पुलिस कर्मी का जवान परेशान हो गया और रोने लगा। उन्नाव पुलिस का कहना है कि उसने इस मामले की जांच के लिए एक टीम गठित कर दी है।