यूपी चुनाव के दौरान टाइम्स नाउ नवभारत के यूपी विधानसभा चुनाव कवरेज बस को सीएम योगी आदित्य नाथ ने आज झंडी दिखाई लेकिन लोगों को उनका यह रवैया रास नहीं आया। सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें आड़े हाथ लेते हुए जमकर खरी खोटी सुनाईं। यही नहीं लोगों ने चैनल को भी बीजेपी का पिट्ठू करार दे दिया।

राजस्थान राज के हैंडल से ट्वीट किया गया कि हम कैसे मान लें कि इसके बाद चुनाव की कवरेज में टाइम्स नाउ निष्पक्ष रहने वाला है। उन्होंने विनीत जैन और नाविका कुमार को फटकार लगाते हुए कहा कि ये तो पत्रकारिता को बेचने जैसा है। वीरेंद्र सिंह राजपूत ने लिखा कि टाइम्स नाउ ने आधिकारिक तौर पर बीजेपी से हाथ मिला लिया है।

एक यूजर ने लिखा कि ये टाइम्स नाफ की बस है या फिर बीजेपी की। सुमन सागर ने लिखा कि बड़े मीडिया घराने राजनीतिक दलों के हाथों की कठपुतली हैं। ये बात य़हां साफ तौर पर दिख रही है। ये लोग बीजेपी का ही प्रचार करने वाले हैं। जयमन शर्मा ने तंज कसते हुए लिखा कि लग रहा है कि बीजेपी अपने स्टार कैंपेनर को रवाना कर रही है। फैजल ने तंज कसते हुए कहा कि चैनल को अपना नाम बदलकर बीजेपी नाउ रख लेना चाहिए।

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शुभांकर ने कहा कि ये निचले दर्जे की पराकाष्ठा है। राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए ये लोग कहां तक जा सकते हैं। ये साफ तौर पर दिख रहा है। हेमंत सिंह चौहान ने लिखा कि ये पत्रकारिता के पतन की झांकी है। शिरीष का कहना था कि कोई बहाना नहीं कोई इनकार नहीं। साफ दिख रहा है कि नाविका ने आधिकारिक तौर पर उस बात पर मुहर लगा दी है जो हम लोगों को पहले से पता थी।

एक यूजर ने लिखा कि हम इन लोगों से सच की उम्मीद कैसे कर सकते हैं जो चुनाव के दौरान खुलेआम एक दल के साथ दिख रहे हैं। उनका कहना था कि ये पतन की पराकाष्ठा है। कम से कम चैनल को इस समय तो इस तरह की चीजों से गुरेज करना चाहिए था। एक और का कहना था कि राजनीति और मीडिया का ये अद्भुत संगम है। इसके बात साफ देखा जा सकता है कि चैनल की खबरें किस तरह की रहने वाली हैं। चुनाव के दौरान ये बीजेपी की भक्ति ठीक नहीं।

एक यूजर ने तंज कसते हुए कहा कि चुनाव के दौरान अपने मीडिया सेल को झंडी दिखाते योगी। मनोहर चौधरी ने लिखा- अब चिंता की बात क्या है। योगी जी के हाथ में आपका झंडा आ गया है। एक ने लिखा- दलाल मीडिया “टाइम्स नाउ” आधिकारिक रूप से भाजपा में शामिल ? लेकिन योगी जी हरी झंडी नहीँ,,हरी साड़ी वाली को दिखा रहे हैं।