रूस और यूक्रेन के मध्य हो रहे युद्ध पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने भारत की आलोचना की तो भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने करारा जवाब देते हुए कहा कि भारत रूप से जितना तेल एक महीने में खरीदना है, उतना यूरोपीय देश एक दिन के दोपहर तक में खरीद लेते हैं। इसी विषय पर एक टीवी चैनल पर डिबेट हो रही थी। जिसमें राजनीतिक विश्लेषक आशुतोष मिश्रा ने एंकर पर सही बात ना दिखाने का आरोप लगाया तो उन्होंने जवाब दिया।
दरअसल, यह डिबेट ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ समाचार चैनल के कार्यक्रम राष्ट्रवाद में हो रही थी। इस बीच आशुतोष मिश्रा ने एंकर सुशांत सिन्हा से कहा कि आप सही बात छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके जवाब पर एंकर ने झल्लाते हुए पूछा कि मैं कौन सा सच छुपा दे रहा हूं.. मुझे दिखाइए कि भारत में कौन भुखमरी से मर रहा है। जिसके बाद आशुतोष मिश्रा ने हाल में ही बजरंग मुनि द्वारा विशेष धर्म की महिलाओं को लेकर दी गई टिप्पणी पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी वालों की यह असलियत है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए आशुतोष मिश्रा कहते हैं कि बीजेपी वाले हमेशा ही कम्युनल पॉलिटिक्स करते हैं, इस बात को आप छुपा नहीं सकते हैं। इसके जवाब में एंकर ने कहा, ‘ जहां बीजेपी जीत जाती है, वहां कम्युनल पॉलिटिक्स से जीत जाते हैं और जहां हार जाते हैं…वहां की जनता कम्युनल पॉलिटिक्स को नकार देती है।’
इस पर आशुतोष मिश्रा ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए कहा कि अभी भी देखा गया है, कई विधानसभा में बीजेपी मात्र 200 वोटों से जीत पाई है। आशुतोष मिश्रा द्वारा कहीं इस बात पर एंकर ने तेजी से हंसते हुए डिबेट में मौजूद राजनीतिक विश्लेषक हर्षवर्धन त्रिपाठी से सवाल किया, ‘ क्या बीजेपी कम्युनल पॉलिटिक्स के बल पर ही चुनाव जीतती है और नरेंद्र मोदी अभी तक कुछ करिश्मा नहीं कर पाए हैं?’
इसके जवाब में हर्षवर्धन त्रिपाठी ने कहा कि अमेरिका में मानवाधिकार को लेकर हमारी ओर से कई चिंताएं हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जयशंकर ने अपनी बात को वाशिंगटन डीसी में रखा है, कोई दिल्ली के प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं। एस जयशंकर की तारीफ करते हुए हर्षवर्धन त्रिपाठी ने कहा, ‘ ऐसा पहली बार भारत की किसी सरकार ने किया है, अब उसके आगे का स्टेप महत्वपूर्ण होगा।’