एक बुक लॉन्च के मौके पर पहुंचे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि उन्हें सत्ता से प्रेम नहीं है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि मेरे दिमाग में आया कि अगर मेरी बहन को किसी ने बांधकर कुत्ते जैसे मारा होता तो मैं आत्महत्या करने से पहले उसको एक चाकू तो मार देता। राहुल गांधी के इस बयान पर पत्रकार सुशांत सिन्हा ने तंज कसा है।

सुशांत सिन्हा ने तंज कसते हुए लिखा कि यह भाई साहब लोगों को देश की कानून व्यवस्था पर विश्वास करना सिखाने के बजाय कत्ल करने की प्रेरणा दे रहे हैं और इन्हें देश का प्रधानमंत्री बनना है। गजबे है। मनोज कुमार झा नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि अमेठी से जाने के बाद दलित राग अलाप रहे केरल से भी जल्द ही विदाई ले लेंगे। संविधान की बात करने वाले इस तरह के बयान दे रहे हैं।

साहिल अब्बास ने लिखा, ‘ कुछ लोग राहुल गांधी की पूरी वीडियो देखे बिना ही अपनी प्रतिक्रिया देने में लग गए हैं। अरे भाई कम से कम उनकी पूरी बात तो सुन लो।’ सुधीर कुमार दुबे ने लिखा कि युवराज सिखा रहे हैं कि अगर कोई हत्या लूट या बलात्कार करे तो अत्याचार के बदले में अपराधी को गोली मारना ठीक है । ये कहां से न्याय होगा?

संजय त्रिपाठी नाम के एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया – इस हिसाब से आतंकवादियों द्वारा किया जाने वाला काम सही है क्योंकि वह कुछ गलत हो जाने के बाद इस तरह के काम में आगे बढ़ते हैं। प्रज्ञा सिंह पूछती हैं कि राहुल गांधी जी क्या कश्मीर से प्रताड़ना की अतिशयोक्ति पहने और देखने के बाद भगाए गए कश्मीरी हिंदुओं को भी यही सलाह दे सकते हैं?

राहुल गांधी ने दिया था ऐसा बयान : दिल्ली के जवाहर भवन में दलितों पर लिखी पुस्तक ‘द दलित ट्रुथ’ के विमोचन के दौरान दलितों के साथ हो रही घटना का जिक्र कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने यूपी के उन्नाव की घटना की बात करते हुए कहा कि अगर ऐसी घटना उनके साथ हुई होती, उनके भाई को मारा गया होता तो वे आत्महत्या करने की जगह आरोपितों को पता लगाते हैं और उन्हें चाकू मार देते। इसके साथ उन्होंने कहा कि जब आत्महत्या करनी ही है तो मार कर मरना चाहिए।