पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक बयान देने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा की निलंबित सांसद ने नूपुर शर्मा के खिलाफ सख्त टिप्पणी की। सुप्रीम कोर्ट की ओर से फटकार लगाते हुए कहा गया कि उन्हें टीवी पर आकर पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। इसी विषय पर शो कर रहे टाइम्स नाउ नवभारत चैनल के एंकर सुशांत सिन्हा ने एक ऐसी बात कही कि लोग कमेंट करने लगे।

सुशांत सिन्हा ने कही यह बात : सुप्रीम कोर्ट द्वारा टीवी डिबेट को लेकर उठाए गए सवाल पर सुशांत सिन्हा ने कहा कि क्या जो मामले कोर्ट में लंबित है, उन पर टीवी डिबेट नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा, ‘अगर इसको मानक मान लिया जाए तो कोर्ट में चलने वाले किसी भी मामले पर न्यूज़ चैनल डिबेट ही नहीं करेंगे।’ महाराष्ट्र की राजनीति में हो रही उथल-पुथल के विषय पर उन्होंने कहा कि क्या इस भी मामले में डिबेट नहीं होनी चाहिए?

मीडिया मौसम बताए? : लाइव शो के दौरान एंकर ने कई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि अगर इन सब मामलों पर डिबेट नहीं की जाएगी तो मीडिया चैनल केवल मौसम का हाल बताएंगे। उन्होंने आगे कहा कि हम यहां पर आकर बताएं कि आज दिल्ली में बारिश होने वाली थी लेकिन नहीं हुई। उन्होंने चिल्लाते हुए सवाल किया कि किस पर बहस की जाएगी? नूपुर शर्मा को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि अगर लंबित मामलों पर डिबेट नहीं होनी चाहिए तो इतनी सख्त टिप्पणी क्यों हो रही है।

यूजर्स ने दिए ऐसे रिएक्शन : अमन शुक्ला नाम के एक यूजर ने एंकर का समर्थन करते हुए कमेंट किया कि क्या कोर्ट के जज साहब ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खत्म करने का प्रयास किया है? क्या जज साहब की टिप्पणी किसी को खुश करने के लिए की गई है? राहुल कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा – धर्मों के बीच पहले उन्माद पर डिबेट करने के कारण ही पूरे देश में सांप्रदायिकता की घटनाएं हुई हैं। इस पर भी तो कुछ विचार करो।

आकाश नाम की एक यूजर ने लिखा कि इस देश में सुप्रीम कोर्ट जिसके भी खिलाफ फैसला सुनाता है, उसे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट ने गलत फैसला दिया है। संवैधानिक संस्थाओं का मजाक बनाकर रख दिया गया है। प्रीति का नाम की एक यूजर लिखती हैं – इसी सुप्रीम कोर्ट ने जब नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दी तो सब बड़े खुश नजर आ रहे थे?