गुजरात चुनाव (Gujarat Election) में विपक्षी दलों ने बिलकिस बानो (Bilkis Bano) के बलात्कारियों की रिहाई पर कई तरह के सवाल उठाये हैं । इस बीच जब बिलकिस बानो के बलात्कारियों को ‘संस्कारी ब्रह्मण’ कहने वाले बीजेपी नेता चंद्रसिंह राउलजी (Chandra Singh Raulji) को गोधरा विधानसभा सीट (Godhra Seat) से टिकट दिया गया तो सियासी पारा और हाई हो गया। विपक्षी दलों ने इस विषय पर बीजेपी (BJP) से कई तरह के सवाल किये हैं। इन्हीं तमाम विषयों पर एक डिजिटल चैनल से बात कर रहे चंद्रसिंह राउलजी से सवाल किया तो वह थैंक्यू बोलकर आगे बढ़ गए। सोशल मीडिया (Social Media) पर वीडियो वायरल (Video Viral) हुआ तो लोग बीजेपी विधायक को ट्रोल (Troll) करने लगे।

रिपोर्टर ने पूछे ऐसे सवाल

‘द लल्लनटॉप’ चैनल के रिपोर्टर ने बीजेपी विधायक (BJP MLA) से सवाल किया,”आपको सोशल मीडिया पर बहुत ट्रोल किया था क्योंकि आपने बिलकिस बानो के बलात्कारियों को ‘संस्कारी ब्राह्मण’ बताया था। उसके ऊपर कुछ कहेंगे?” इसका जवाब देने के बजाय बीजेपी ने केवल थैंक्यू कहा और आगे बढ़ गए। रिपोर्टर ने दोबारा वही सवाल पूछा तो बीजेपी नेता ने कहा,”मैंने जो बोला, बोल दिया। अब इसपर कुछ नहीं कहना है।”

भड़कते हुए आगे निकल गए बीजेपी विधायक

बीजेपी विधायक से पूछा गया कि क्या आपको अपने द्वारा दिए गए बयान पर अफ़सोस है? वह इस सवाल का जवाब देने से बचते नजर आये लेकिन बाद में वह भड़क उठे। उन्होंने कहा.”अब तो केस खत्म हो गया है, सुप्रीम कोर्ट ने तो उसपर अपना फैसला सुना दिया है।” इतना कहने के बाद वह अपनी गाड़ी पर बैठकर रवाना हो गए।

लोगों ने किया ट्रोल

उमाशंकर चौधरी नाम के एक ट्विटर यूज़र ने लिखा – जब जब सच से सामना होगा, ऐसे ही भागेंगे… बस ऐसे ही अगर एक हफ्ते मीडिया सवाल कर दे, सारा निजाम बदल जायेगा। विकास नाम के यूज़र ने कमेंट किया,”ये जितना भी मन की बात करने वाले लोग हैं, इनसे मुद्दे की बात करो तो माइक छोड़कर भाग ही जाते हैं।” अभिनव शुक्ल नाम के यूजर ने लिखा कि ऐसे लोग देश के लिए खतरा हैं, जो मुद्दे की बात पर भाग खड़े होते हैं।

बीजेपी विधायक ने दिया था ऐसा बयान

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी विधायक राउलजी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था। जिसमें उन्होंने बिलकिस बानो के बलात्कारियों लेकर पूछे गए सवाल पर कहा था, “वे ब्राह्मण हैं और ब्राह्मणों को अच्छे संस्कारों के लिए जाना जाता है। हो सकता है कि यह उन्हें दंडित करने का किसी का गलत इरादा हो।” उन्होंने यह भी कहा था कि जेल में दोषियों का व्यवहार अच्छा था।