एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी के लिए जमीन तलाश रहे हैं। ऐसे में यूपी चुनाव को लेकर वह खूब सक्रिय हैं। इन्हीं तमाम विषयों को लेकर उन्होंने एक समाचार चैनल से बात की। जिसमें उन्होंने बताया कि बसपा के साथ उनका गठबंधन क्यों नहीं हो पाया। ओवैसी ने अपनी पार्टी के भविष्य को लेकर भी कई बातें कहीं।
दरअसल यह इंटरव्यू ‘द लल्लनटॉप’ चैनल के कार्यक्रम ‘जमघट’ में चल रहा था। इस दौरान पत्रकार सौरभ द्विवेदी ने ओवैसी से सवाल किया, ‘ बसपा तक आपका संदेश नहीं पहुंच पाया था क्या?’ ओवैसी ने इसका जवाब दिया कि हमारे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत की बसपा के एक राज्यसभा सांसद से तीन बार बातचीत हुई थी। उसके बाद उन्होंने फैसला ले लिया था कि यूपी में वह अकेले चुनाव लड़ेंगे।
यूपी चुनाव में बसपा के साथ करना चाहते थे गठजोड़? : पत्रकार के सवाल पर ओवैसी ने कहा कि ताली दो हाथों से रचाई जाती है। उधर से भी कर जोड़ के लिए प्रयास किए गए थे। ओवैसी ने बसपा को लेकर कहा कि इस पार्टी को बनाने के लिए कांशीराम ने बहुत मेहनत की। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने मायावती को लेकर कहा कि यह बहुत बड़ी बात है कि वह बिना किसी बड़े खानदान के होते हुए इतने बड़े पद पर पहुंचीं हैं।
आपका पुत्र आपकी पार्टी का बड़ा नेता होगा? : पत्रकार ने ओवैसी से उनके बेटे को लेकर सवाल किया कि लोगों का कहना है कि आपका बेटा एआईएमआईएम का एक बड़ा नेता बनेगा? इसके जवाब में ओवैसी ने कहा कि किसी के लिए जिंदगी का ठिकाना नहीं है। जो अपनी पार्टी के लिए मेहनत करेगा, वह आगे बढ़ेगा। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि अपनी पार्टी के लिए उन्होंने कितना संघर्ष किया है।
यूजर्स के कमेंट : सतीश कुमार नाम के एक यूजर ने किया कि पढ़े-लिखे नेताओं की बात ही अलग है, आप ओवैसी को कितना भी कोस सकते हैं लेकिन उनकी काबिलियत को नकारा नहीं जा सकता है। सूरज नाम के एक यूजर ने कमेंट किया – पहले तो लोग केवल आपको बीजेपी का एजेंट कहते थे लेकिन मुझे लगता है अब मायावती भी बीजेपी की एजेंट हो गई हैं। अलग-अलग चुनाव लड़कर आप लोग सपा को नुकसान पहुंचा रहे हैं।