फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) द्वारा निर्मित ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) को लेकर शुरू हुआ विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। इस फिल्म पर अब सियासत भी तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी भाजपा की संसदीय दल की बैठक में इस फिल्म का जिक्र करते हुए महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) का नाम लिया। जिसके बाद से सोशल मीडिया यूजर्स सवाल उठाने लगे।
पीएम मोदी ने कही यह बात : प्रधानमंत्री ने संसदीय दल की बैठक में कश्मीर फिल्म का जिक्र कर कहा कि आजादी के बाद की प्रमुख घटनाओं पर फिल्म बननी चाहिए। उन्होंने मार्टिन लूथर और नेल्सन मंडेला का नाम लेते हुए कहा कि सारी दुनिया इनकी बात करती है लेकिन दुनिया गांधीजी पर बहुत कम चर्चा करती है। उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी ने गांधी जी पर बहुत पहले फिल्म बनाई होती तो शायद हम मैसेजिंग कर पाते। पीएम ने बताया कि पहली बार एक विदेशी फिल्म निर्माता ने गांधी जी पर फिल्म बनाई, जिस पर ढेर सारे पुरस्कार मिले। इसके बाद दुनिया को पता चला कि महात्मा गांधी इतने महान व्यक्ति थे।
यूजर्स की प्रतिक्रिया : रणविजय सिंह नाम के टि्वटर हैंडल से इस वीडियो को शेयर कर लिखा गया कि, ‘ये गांधी को कितना कमहै आंक रहे हैं, मतलब कुछ भी…। इसके साथ लिखा गया कि गांधी फिल्म 1982 में आई थी। पीएम के कहे अनुसार तब तक दुनिया को पता नहीं था कि गांधी कितने महान थे। मंडेला खुद को गांधी का आदर्श मानते थे। पीएम के अनुसार, मंडेला को दुनिया जानती थी लेकिन गांधी को 1982 में फिल्म बनने के बाद जान पाई।
कांग्रेस नेता अशोक बसोया ने लिखा कि, ‘महात्मा गांधी को मार्टिन लूथर किंग ने अपना मर्गदर्शक माना हैं, नेलसन मंडेला ने गांधी को पवित्र योद्धा कहा हैं…और यक़ीनन इन दोनो ने गांधी पर बनी कोई फ़िल्म नहीं देखी होगी। सत्य का प्रवाह स्वयं होता वहीं झूठ को मैसेजिंग का सहारा चाहिए होता हैं।
उमेश के राय नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि मोदी जी पर भी फिल्म बनने के बाद ही लोगों को उनके बारे में मालूम चला। पत्रकार साक्षी जोशी लिखती हैं, ‘ जिनका किताबों से दूर-दूर तक नाता न हो, वो फिल्मों को ही इतिहास समझने लगते हैं। सूरज शर्मा ने लिखा कि इनको यह भी नहीं पता कि गांधी के नाम से ही लोग भारत को जानते हैं। ये जब खुद विदेशों में जाते हैं तो गांधी गांधी ही गाते हैं क्योंकि गांधी के नाम पर लोग इनकी इज्जत करते हैं।
