बांग्लादेशी ब्लॉगर अनंत विजय दास की हत्या के 7 साल बाद हत्यारे को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया। 12 मई 2015 को अनंत विजय दास की हत्या के बाद हत्यारे की पहचान फैजल अहमद के रूप में हुई है, जिसे बांग्लादेश के जांच अधिकारियों ने भारतीय शहर में खोजा, वो बेंगलुरु में काम करते हुए पाया गया। अब इस पर लेखिका तसलीमा नसरीन ने ट्वीट किया है। 

तसलीमा नसरीन ने ट्वीट कर लिखा कि ‘सिलहट में स्वतंत्र विचारक विज्ञान लेखक अनंत बिजॉय दास की बेरहमी से हत्या करने वाले बांग्लादेशी जिहादी फैसल अहमद को बैंगलोर में गिरफ्तार किया गया था। भगोड़ा भारतीय पासपोर्ट भी हासिल करने में कामयाब रहा। पता नहीं कितने जिहादी भारत में छिपे हैं।’

लोगों की प्रतिक्रियाएं: जेडी सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यह चिंताजनक है कि कैसे वो भारत में प्रवेश करने में कामयाब रहा? और कैसे कोई भारतीय नागरिक बनता है? उसे बेंगलुरु में किसने आश्रय दिया? इसकी भी जांच होनी ही चाहिए।’ बीजू नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यह साबित करता है कि हमारी वेरिफिकेशन की प्रक्रिया कितनी लचर है।’

अखिलेश सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जिस देश में लोगों ने पैसे के लिए अपना धर्म परिवर्तन कर लिया हो। वहां कुछ रुपए लेकर पासपोर्ट बनाना और आधार दिलवाना कौन सा जादू है?’ सुरजीत सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मोदी जी, अमित शाह जी जब आप सरकार में आए तो आपने वादा किया था कि बांग्लादेशी जिहादियों को देश से भगा देंगे लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। हमसे झूठा वोट लिया क्या?’

बता दें कि अनंत विजय दास की उनके घर के पास ही गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या तब हुई थी जब दास घर से कार्यालय जा रहे थे। कहा जा रहा है कि फैसल लम्बे वक्त से अलकायदा के लिए काम कर रहा था। फैजल के पास से कई पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किए गए। उसके वोटर कार्ड, पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस में असम का पता था।