उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही राजनैतिक दल एक दूसरे पर कटाक्ष करते नजर आ रहे हैं। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि 10 मार्च के बाद सारी गर्मी शांत करवा देंगे। उनके इसी बयान को लेकर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये सीएम की नहीं बल्कि गुंडों की भाषा है।
दरअसल स्वामी प्रसाद मौर्य ‘रिपब्लिक भारत’ समाचार चैनल पर अपनी बात रख रहे थे। इस दौरान एंकर ने उनसे योगी आदित्यनाथ को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा – बीजेपी में मुख्यमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहने वाले योगी द्वारा मुजफ्फरनगर और कैराना की जनता के सामने ऐसे बयान देना सही नहीं है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि यह बयान किसी मुख्यमंत्री का नहीं बल्कि किसी गुंडे, माफिया और मव्वाली का है। उन्होंने दावा किया कि 10 मार्च को गर्मी उतारने वालों की गर्मी उतार दी जाएगी। यह दूसरों की गर्मी उतारने लायक नहीं रहेंगे। उनके इस जवाब पर एंकर ने पूछा, ‘आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा है कि चर्बी उतार देंगे और यूपी सीएम ने कहा है कि गर्मी उतार देंगे। इन दोनों में से किस का बयान सबसे खराब है?’
स्वामी प्रसाद मौर्य ने जवाब दिया – यूपी सीएम ने कैराना और शामली की जनता के सामने ऐसा बयान दिया है। उनके इस बयान से केवल कैराना और शामली की जनता का ही अपमान नहीं है बल्कि सीधे-सीधे लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने आगे कहा कि एक लोकतंत्र में केवल जनता सब की गर्मी उतार दी है, जो 10 मार्च के बाद दिखाई देगी।
आप उनके मंत्री रहे हैं लेकिन अब उन पर व्यक्तिगत हमला कर रहे हैं? उनके जैसी ही भाषा का प्रयोग आप भी कर रहे हैं? इस सवाल पर स्वामी प्रसाद ने कहा कि इसका जवाब बयान देने वाले से मांगना चाहिए। जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का पहला चरण 10 फरवरी से शुरू होगा। 10 मार्च को परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे।