विधान परिषद में विधानसभा क्षेत्र की 13 सीटों के चुनाव में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी और सहकारिता राज्यमंत्री जेपीएस राठौर सहित भाजपा के 9 और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य समय सपा के 4 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए। इस जीत के बाद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी पर तंज कसते हुए ट्वीट किया। जिस पर लोगों ने उन्हें ट्रोल किया।

स्वामी प्रसाद मौर्य का ट्वीट : सपा नेता द्वारा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव</strong> व सपा के अन्य नेताओं के साथ कई तस्वीरें साझा करते हुए लिखा गया, ‘ दलितों, गरीबों, मजलूमो, वंचितों, उपेक्षितों तथा बेरोजगार नौजवानों की आवाज दबाने के लिए बीजेपी ने तिकड़म व हेरफेर से सदन का रास्ता रोका था किंतु उनकी आवाज बुलंद होती रहे। इसके लिए सपा के अखिलेश यादव जी ने विधान परिषद भेज कर फिर से रास्ता खोला है। उन्हें ढेरों बधाई व धन्यवाद।’

लोगों के रिएक्शन : सपा नेता द्वारा किए गए पोस्ट पर कुछ लोग उन्हें बधाई देते नजर आ रहे हैं तो वहीं कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें जमकर ट्रोल किया है। आतिफ खान नाम के एक यूज़र ने सवाल किया कि आपने तो मुसलमानों का नाम नहीं लिया क्या बात है? डरते हो या सिर्फ वोट पर मरते हो? गणेश नाम की एक यूजर ने लिखा – आपको जनता ने नहीं सुना बल्कि विधान परिषद में पिछले दरवाजे से एंट्री हुई है। इसके लिए अखिलेश यादव धन्यवाद के पात्र हैं।

आर्य नाम के एक यूजर ने लिखा कि दलितों की आवाज तो केवल मायावती हैं। अखिलेश यादव ने आपको विधान परिषद भेज कर केवल आपका और आपके परिवार का कल्याण किया है। शिवम बाजपेई नाम के एक यूजर ने तंज कसते हुए कहा, ‘ये वंचित और शोषितों की आवाज है और यह अलग बात है कि इनकी आवाज निकलती नहीं है और निकलती भी है तो अपने परिवार को टिकट दिलाने के लिए।’

शेख नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं कि तुम नेता लोग हार स्वीकार क्यों नहीं करते हो। अखिलेश यादव जी आप किसी भी पार्टी के द्वारा हारे हुए प्रत्याशी को राज्यसभा या विधान परिषद में भेजना जनादेश का अपमान है। संजय प्रसाद नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘ हारे हैं आप, आपको जनता ने नकार दिया था लेकिन तिकड़म कर के पिछले दरवाजे से सदन में पहुंच गए। अब पलटी मत मारिएगा क्योंकि पलटी मारना आपकी फितरत है।’