बिहार में बदले राजनीतिक समीकरण के बाद अब लोकसभा चुनाव को लेकर तमाम कयास लगाये जा रहे हैं। ऐसी खबरें सामने आई हैं कि बिहार सीएम नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश के फूलपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। यह खबर सामने आते ही भाजपा के नेता नीतीश कुमार पर हमलावर हो गए हैं। बिहार से लेकर यूपी के तमाम भाजपा नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं।

क्या बोले भाजपा नेता?

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने नीतीश कुमार के फूलपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना पर कहा है कि फ़ूलपुर उनको ‘फूल’ बना देगा। 17 साल से जो एक भी चुनाव नहीं लड़े, उनको मुंगेरी लाल के हसीन सपना याद आ रहा है। वे बिहार में एक भी चुनाव जीतते हैं तो उनको राष्ट्रीय पुरस्कार मिल सकता है। वहीं योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि अगर गलती से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फूलपुर में आ गए तो फूलपुर प्रयागराज की जनता जमानत जब्त करवा देगी।

सुशील मोदी ने बोला नीतीश पर हमला

राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार बिहार में इतना डर गए हैं कि यूपी से चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं। उन्हें पता है कि बिहांर में दो सीट जीतना भी उनके बस की बात नहीं है। उनके सहयोगियों ने सुझाव दिया या अखिलेश यादव ने बुलाया है तो जाकर चुनाव लड़ें, जमानत जब्त हो जाएगी। हाल ही में आजमगढ़ और रामपुर में लोकसभा के उपचुनाव हुआ है, नतीजे क्या थे हम सभी को पता है।

सुशील मोदी ने आगे कहा है कि पिछले लोकसभा चुनाव में बुआ और बबुआ की जोड़ को प्रोजेक्ट किया गया था क्या नतीजा था याद है? उससे पहले कांग्रेस के साथ गए थे, क्या हुआ? सभी चुनाव में भाजपा जीत चुकी है। नीतीश कुमार जी आप देश में कहीं से भी चुनाव लड़ लीजिये, आपने भाजपा के पीठ में खंजर घोंपा है, आपको भाजपा छोड़ने वाली नहीं है।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

@amitsingh5151 यूजर ने लिखा कि नीतीश कुमार अगर फूलपुर विधानसभा से चुनाव लड़ते हैं तो जीत निश्चित है, लिख लीजिए। @nikhil_c_patil यूजर ने लिखा कि इस हिसाब से मोदी जी भी गुजरात में डर गए थे इसीलिए वो चुनाव लड़ने के वाराणसी आये थे। क्यों सुशील मोदी जी? पत्रकार धर्मेंद्र सिंह ने लिखा कि फूलपुर के पहले स्टॉपेज है मुज्जफरपुर, भागलपुर, हाजीपुर, समस्तीपुर… इसे पार किये हुए कैसे पहुँचेंगे, ये राह आसान नहीं है।

सौरभ आनंद नाम के यूजर ने लिखा कि यूपी हर किसी का इतनी शिद्दत के साथ स्वागत नहीं करेगा! 14 के चुनावों में और 24 के चुनावों में अंतर है। 24 मुश्किल रहेगा, लेकिन नीतीश का फूलपुर/अम्बेडकर नगर या किसी कुर्मी बाहुल सीट से दांव खेलना भारी पड़ेगा। यूपी में 22 के बाद से विपक्ष बेहद कमजोर है और कोई उम्मीद भी नहीं है। एक यूजर ने लिखा कि बीजेपी की छटपटाहट इसलिए है कि नीतिश कुमार प्रधानमंत्री बने या ना बने लेकिन किसी को प्रधानमंत्री से पूर्व प्रधानमंत्री जरूर बना सकते हैं।