इत्र व्यापारी पीयूष जैन के साथ संबंध को लेकर दोनों ही पार्टी के नेता एक – दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इसी मुद्दे पर समाचार चैनल टाइम्स नाउ नवभारत के कार्यक्रम ‘राष्ट्रवाद’ में पर डिबेट हो रही थी। जिसमें एंकर सुशांत सिन्हा ने बीजेपी नेता अपराजिता सारंगी पर भड़कते हुए कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ बिना सबूत के सपा प्रमुख अखिलेश यादव को क्यों बदनाम कर रहे हैं।
डिबेट के दौरान एंकर ने बीजेपी नेता से पूछा – इस बात को लेकर क्या सबूत है कि पीयूष जैन का संबंध समाजवादी पार्टी के साथ है। बीजेपी नेता ने जवाब, ‘ हमारे पार्टी के शीर्ष नेताओं के बाद सबूत है तभी वह आरोप लगा रहे हैं। एंकर ने पूछा कि एजेंसी की तरफ से समाजवादी पार्टी के साथ कोई संबंध नहीं बताया गया है लेकिन आपकी पार्टी के नेताओं ने समाजवादी पार्टी के साथ इत्र व्यापारी का संबंध भी जोड़ दिया है।
एंकर ने भड़कते हुए कहा कि अगर अखिलेश यादव के साथ इत्र व्यापारी का संबंध है तो उन्हें जेल में डालिए। इस पर बीजेपी नेता ने कहा कि हम जांच कर रहे हैं। इस बीच एंकर ने टोका – जब जांच चल रही है तो आपके नेता इसे रैलियों में क्यों कह रहे हैं? बीजेपी नेता ने कहा कि जब जांच होती है तो पब्लिकली बातें नहीं बताई जाती हैं। एंकर ने कहा कि यह बात अपने नेता योगी आदित्यनाथ को बताइए।
यूजर्स के कमेंट – इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के रिएक्शन आ रहे हैं। पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा कि इसलिए भक्ति की एक सीमा होनी चाहिए। जो पत्रकार चीख चीख कर कानपुर कांड को सपा से जोड़ रहे थे अब मान हानि के डर से भाजपा के प्रवक्ताओं को हल्का रहे हैं कि मोदी योगी क्यों झूठ बोल रहे हैं। अंधभक्ति का यही अंजाम यही होता है। अंशुल यादव नाम की एक यूजर ने कमेंट किया कि सपा डर क्यों रही है। झूठ बोलने वालों पर मुकदमा दर्ज करना चाहिए।
क्या है मामला – पीयूष कन्नौज और कानपुर का एक बड़ा व्यापारी है। हाल में ही जीएसटी अधिकारियों ने उसके घर कानपुर और कन्नौज में छापा मारा। जहां से लगभग 257 करोड़ से ज्यादा की नकदी बरामद हुई। छापेमारी में मिले दस्तावेजों से पता चला है कि उसके पास 16 बहुत महंगी प्रॉपर्टी भी हैं। इत्र व्यापारी के घर हुई छापेमारी को लेकर बीजेपी ने समाजवादी पार्टी के साथ संबंध होने का आरोप लगाया है।