उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में राजनीतिक सरगर्मी तेज है। सभी नेता चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं और एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसी बीच चुनाव में तमाम योजनाओं की सोशल मीडिया पर क्रेडिट लेने की होड़ मच रही है। बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या(BJP MP Tejsavi Surya) ने ट्विटर पर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे का एक वीडियो शेयर किया और लिखा कि योगी जी के एक्सप्रेसवे प्रदेश में। इसके बाद अखिलेश यादव ने तेजस्वी सूर्या पर तंज कसा है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (SP President Akhilesh Yadav) ने तेजस्वी सूर्या के ट्वीट के स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए लिखा कि ‘चिराग तले अंधेरा तो सुना था…भाजपाइयों के अज्ञान को देखकर तो ये कहा जा सकता है कि ‘सूर्या’ मतलब सूर्य तले अंधेरा है। जिस आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra Lucknow Expressway) की तारीफ के पुल ये बांध रहे हैं, इन्हें मालूम होना चाहिए वो अनुपयोगी जी ने नहीं हमने बनवाया था। देखना कहीं ये भी तो उद्घाटन नहीं कर गये’। वहीं अखिलेश यादव के इस ट्वीट का जवाब तेजस्वी सूर्या ने आकड़ों के जरिए दिया।
तेजस्वी सूर्या ने यह बताते हुए ट्वीट किया कि 2017 से पहले 467 किमी का एक्सप्रेसवे था जबकि 2017 के बाद 1321 किमी का एक्सप्रेसवे यूपी में हो गया है। इसके साथ ही तेजस्वी सूर्या ने लिखा कि काव्यात्मक होने का प्रयास करने की बजाय, आपको यूपी के लोगों के लिए ईमानदारी से अधिक एक्सप्रेसवे बनाने चाहिए थे! यूपी के लोग अब जानते हैं 2012-17 के बीच अनुपयोगी कौन था। उन्होंने सपा को 10 मार्च को उसी एक्सप्रेसवे से दूसरी बार घर भेजने की तैयारी कर ली है।
अब सोशल मीडिया पर आम लोग भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। पियूष मिश्रा नाम के यूजर ने लिखा कि भैया, ई सूर्या , भकचोंहर है, मतलब पूरा बुरबक है सूर्या, एकर नाम ढ़िबरी होना चाहिए। निशा यादव नाम के यूजर ने लिखा कि झूठ बोलने की भी हद होती है, लेकिन इन झूठों की कोई हद नही। धन्यवाद देना ही है तो योगी जी को नही बल्कि अखिलेश जी को दो, ये अखिलेश जी ने बनवाया था ना कि योगी जी ने ।
आदित्य चौहान नाम के यूजर ने लिखा कि काम किए होते तो बताने नहीं पड़ते है, लोगों को खुद नजर आ जाते है। तुम्हारे जो काम थे, वो गुंडों को संरक्षण देना, माफियाओं को पालना था, उसी वजह से 2017 मे जनता ने खदेड़ा था तुम्हें, उसके बाद 2019 में जमीन में घुसेड़ दिया था। दिनेश पन्त नाम के यूजर ने लिखा कि जब कोई लड़ाकू विद्यार्थी अपने पिता को साथ लेकर स्कूल आये तो समझो वह लड़ाई से डर गया है।
ललित कुमार ने लिखा कि आधे-अधूरे कामों के साथ योजनाओं का उद्घाटन करना तो कोई अखिलेश से सीखे। लखनऊ की जनता मेट्रो से सफर का सपना संजोए थी और टीपू भैया ने आधी-अधूरी लखनऊ मेट्रो का उद्घाटन कर दिया था। चुनाव में मुद्दा बनाने के लिए सिर्फ 2 स्टेशन तक ही ट्रायल करा दिया।
