यूपी विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियां अपने नए – नए समीकरण बनाने में लगी हुई हैं। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने लखनऊ में एक-दूसरे से बातचीत की। इस मुलाकात की तस्वीर दोनों ही नेताओं ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से साझा की।
सपा प्रमुख ने इस तस्वीर के साथ लिखा – एक मुलाकात, बदलाव के लिए। वहीं संजय सिंह ने इस तस्वीर पर कमेंट किया कि तानाशाही के खिलाफ, बेशक तरक्की और बदलाव के लिए इंकलाब का आगाज। अखिलेश यादव जी, मुलाकात और सार्थक चर्चा के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद। अखिलेश और संजय सिंह की मुलाकात पर सोशल मीडिया यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
पत्रकार स्मिता प्रकाश लिखती हैं – मुलाकात हुई, क्या बात हुई? विनय कुमार दोकानिया (@VinayDokaniya) नाम के ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि ऐसी क्या मजबूरियां रही होंगी जो अखिलेश को यह कंप्रोमाइज करना पड़ा? विकास भरद्वाज (@vikas_bjp) नाम के ट्विटर हैंडल से तंज कसते हुए लिखा गया कि हम तो डूबेंगे सनम, तुम्हें भी ले डूबेंगे।
दीपक शर्मा (@KT_2799) टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि अब एक साइकिल पर इतने सारे लोग बैठेंगे तो कहीं साइकिल पंचर न हो जाए? दुर्गेश पांडे (ErDurgeshPande7) नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि आम आदमी पार्टी अब सपा से गठबंधन करेगी। राजनीति में इनकी न तो कोई विचारधारा है और न ही नैतिकता। राजनीति का सिर्फ एक धर्म है सत्ता पाना।
गौरव सिंह (@gauravsingh1307) नाम के टि्वटर हैंडल से कमेंट किया गया कि मतलब यहां भी बात बनती दिखाई दे रही है। राजगोपाल (@rajgopal88) नाम के ट्विटर अकाउंट से लिखा गया – अब एक बार याद करिए उन सभी लोगों को जो सब कुछ छोड़ कर आए थे 2012 -13 में आम आदमी पार्टी के जरिए राजनीति की दशा बदलने। प्रशांत कुमार (@scribe_prasant) नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि ‘साइकिल’ पर ‘झाड़ू’ भी सवार हो गया भैया।
गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने कई बार कहा है कि इस बार वह छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन करेंगे। इन नेताओं की मुलाकात के बाद सीटों के बंटवारे को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है, हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि कौन दल कितनी सीटों पर अपना प्रत्याशी उतारेगा। जानकारी के लिए बता दें कि अखिलेश यादव ने मंगलवार को रालोद प्रमुख जयंत चौधरी से भी मुलाकात की थी।