उत्तर प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत बाजपेई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। जिसमें वह पुलिस वालों पर भड़क गए हैं। इस दौरान उन्होंने पुलिस वालों पर भड़कते हुए कहा कि फकीरी छोड़ दी तो जान बचाना भारी पड़ जाएगी।

जानिए पूरा मामला

जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा मेरठ के सर्किट हाउस पहुंचे थे। उनसे मिलने के लिए ही लक्ष्मीकांत बाजपेई स्कूटर पर बैठ कर वहां गए थे लेकिन वहां पर मौजूद पुलिसवालों ने उन्हें सामान्य व्यक्ति समझ कर रोक लिया। जिसके बाद लक्ष्मीकांत बाजपेई ने खुद का परिचय भी दिया लेकिन पुलिस वाले उनके दावे को मानने को तैयार नहीं थे। इसी बात को लेकर नेता और पुलिसकर्मियों में नोकझोंक हो गई।

लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने पुलिसवालों को भी ऐसी चेतावनी

इस दौरान लक्ष्मीकांत बाजपेई ने पुलिस वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि या मेरठ है, रावण का ससुराल। यहां पर बहुत बड़े तीस मार खां देखे हैं, अच्छे – अच्छे आई है और लेट कर चले गए। उन्होंने यह भी कहा, ‘ मैं कबड्डी खेलने का आदी हूं, किसी का ट्रांसफर नहीं कराता। यही करता हूं और छाती पर पैर रखकर नाचता हूं। जिस दिन मैं फकीरी छोड़ दूंगा, उन्होंने जान बचाना मुश्किल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इनको गाड़ी वाले सांसद पसंद हैं, क्योंकि वह माल खिलाते हैं और खाते भी हैं। हम तो ना माल खिलाते हैं और ना तो लेते हैं और ना ही पैसे देते हैं।

वायरल वीडियो पर लोगों के रिएक्शन

अभिनव त्रिपाठी नाम के एक यूजर ने इस वीडियो के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चैक करते हुए सवाल पूछा कि यह कैसा सुशासन है महाराज जी? सुनील अरोड़ा नाम के एक यूजर ने कमेंट किया, ‘बीजेपी का अहंकार और घमंड टूटना चाहिए, हर जगह इन्होने गुंडागर्दी की हुई है।’ सिद्धार्थ नाम के एक यूजर लिखते हैं कि इनका यही घमंड इनको बर्बाद कर देगा, बस समय का खेल है।

बीजेपी नेता राधा मोहन अग्रवाल ने इस वीडियो पर लिखा कि वाह वाह वाह। सैयद रिजवान अहमद नाम के ट्विटर यूजर द्वारा लिखा गया, ‘जो मोदी लहर में जीत जाते हैं, उनकी गर्मी इसी प्रकार से निकलती है, नरेंद्र मोदी जी यह आपके ही सांसद हैं।’ वीरेंद्र नाम के ट्विटर यूजर ने कमेंट किया कि यूपी में सुशासन की बात करने वाले योगी आदित्यनाथ जी को यह नहीं दिखाई दे रहा है, अपने ही पुलिस वालों से इस तरह कौन बात करता है। राघवेंद्र नाम के एक यूजर ने लिखा – ऐसा कुछ विपक्षी दलों के नेताओं ने कर दिया होता तो बीजेपी सब कुछ सर पर उठा लेती।