महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी इंटरव्यू में दिए गए अपने जवाबों के कारण चर्चा में रहती हैं। वह कभी अपनी बातें सख़्ती रखती नजर आती हैं तो कभी हंसते मुस्कुराते बड़े-बड़े सवालों का जवाब दे जाती हैं। स्मृति ईरानी ने लोकसभा चुनाव 2014 में अमेठी संसदीय सीट से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। जिसमें उनको हार का सामना करना पड़ा था।

लोकसभा चुनाव चुनाव में हार जाने के बाद भी स्मृति ईरानी पर नरेंद्र मोदी सरकार ने भरोसा जताते हुए उन्हें अपने केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी थी। उन्हें केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी। उनके कार्यकाल के एक साल पूरा होने पर आज तक न्यूज़ चैनल पर ‘ स्मृति की परीक्षा’ नाम का एक शो आयोजित किया गया था। जिसमें तत्कालीन एचआरडी मंत्री स्मृति ईरानी अपने साल भर के काम का लेखा – जोखा दे रही थी।

उनसे इस इंटरव्यू के दौरान शिक्षा से लेकर राहुल गांधी तक के विषय में कई सवाल किए गए थे। सवालों का जवाब देते हुए स्मृति ईरानी कई बार एंकर पर विफरती नजर आई थी। इस इंटरव्यू के दौरान एंकर अशोक सिंघल ने उनसे पूछा था कि समृति जी आपको विवादों की मंत्री क्यों कहा जाता है? इसका जवाब देने से पहले उन्होंने एंकर को टोकते हुए कहा था कि मेरा नाम समृति नहीं स्मृति है। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा था कि आप भी बात को बढ़ाना चाहते हैं तो इसमें मैं क्या कर सकती हूं?

उनके इस जवाब पर एंकर ने कहा था कि लेकिन समृति जी आपको जवाब तो देना होगा? उनके फिर से समृति कहे जाने पर उन्होंने कहा था कि मैं आपको बहुत प्यार से कह रही हूं कि मेरा नाम समृति नहीं… स्मृति है। इस पर अशोक सिंघल की को – एंकर अंजना ओम कश्यप ने कहा था कि स्मृति जी इस देश में विविधता बहुत है। स्मृति ईरानी ने कहा था कि मेरा नाम विविधता में नहीं है।

अंजना ओम कश्यप ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा था कि कोई बात नहीं। अलग-अलग लहजा होता है लोगों का किसी शब्द को बोलने का। उनके इस जवाब पर स्मृति ईरानी ने कड़े तेवर दिखाते हुए कहा था कि अंजना का तो अंजनी नहीं हो सकता है न? बता दें कि स्मृति ईरानी ने 2019 लोकसभा चुनाव में अमेठी में राहुल गांधी को करारी शिकस्त दी थी।