केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को हराकर अमेठी के सांसद बनी हैं। इससे पहले उन्होंने 2014 लोकसभा चुनाव में भी अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था लेकिन उसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उनकी हार के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा होती थी कि स्मृति ईरानी अब लौट कर अमेठी नहीं जाएंगी, लेकिन 2019 के चुनाव में फिर से स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़ा। अमेठी संसदीय सीट के नतीजों ने हर किसी को चौंका दिया था।

2014 लोकसभा चुनाव में हारने के बाद भी स्मृति ईरानी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में मानव संसाधन विकास मंत्री का दायित्व दिया गया था। केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह पाने के बाद स्मृति ईरानी एक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम में पहुंची थी। वहां प्रधानमंत्री से जुड़ा जब उनसे एक सवाल पूछा गया तो वह भावुक हो गई थी। उनसे सवाल पूछा गया था कि उन्होंने आपको छोटी बहन कहा है, यह एक आशीर्वाद के तौर पर था?

इस सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि वह पल मेरे लिए भावुक और बेहद चौंकाने वाला था… हे भगवान… वो बेहद चौंकाने वाला समय था… वे एक गरीब परिवार से थे। शायद इसलिए वो मुझे पहचान पाए… । इसी कार्यक्रम में पीएम मोदी से जुड़ा एक दूसरा सवाल पूछा गया था कि क्या आप मोदी के बारे में बताना चाहेंगी कि वो किस तरह से इन 10 सालों में बदल गए हैं जब से आप उन्हें जानती हैं?

इसका जवाब देते हुए स्मृति ईरानी ने कहा था कि, ‘मेरे लिए बेहद चौंकाने वाला समय था क्योंकि मैं उनको निजी तौर पर बिल्कुल नहीं जानती थी। मैं उनसे केवल अपने प्रोजेक्ट और काम को लेकर बात करती थी। मैंने कभी उनसे उनके निजी जीवन के बारे में बातचीत नहीं की।’ यह बातें बताते हुए स्मृति ईरानी बेहद भावुक हो गई थी।

बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान अमेठी से स्मृति ईरानी के चुनाव लड़ने की खबर पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि कौन स्मृति ईरानी? इसी सवाल का जवाब देते हुए स्मृति ईरानी के लिए अमेठी में प्रचार करने आए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि मैं बताता हूं, स्मृति कौन हैं, स्मृति मेरी छोटी बहन है, यह अमेठी को नया रुप देने आई है।