समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी आने वाले विधानसभा चुनाव में गठबंधन करेंगे। आज तक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए शिवपाल यादव ने बताया कि उनकी और अखिलेश यादव की क्या बातचीत हुई है। इसके साथ उन्होंने पारिवारिक झगड़े को लेकर भी कई बातें कहीं।
उनसे पूछा गया कि अलग होने के बाद आप दोनों में सबसे ज्यादा नुकसान किसका हुआ? इसके जवाब में शिवपाल यादव ने कहा – इस बारे में तो कभी नहीं सोचा कि किसका नुकसान ज्यादा हुआ है लेकिन हम दोनों ने ही पुरानी बातों को वहीं पर छोड़ दिया है। अब मुझे आगे बढ़ना है। शिवपाल यादव से एंकर चित्रा त्रिपाठी पूछा कि ऐसी कौन सी कुर्बानी है जो आप देने जा रहे हैं?
शिवपाल यादव ने बताया कि हम लोगों ने समाजवादी पार्टी के लिए 40 से 45 साल काम किया है, बहुत से लोग आंदोलन के दौरान शहीद भी हुए हैं। जहां तक त्याग का सवाल है, जब भी कहीं पर महत्वपूर्ण फैसले लिए जाते हैं तो त्याग और संघर्ष को हमेशा आगे रखना चाहिए। अब जो भी फैसला होगा उसमें मैं अखिलेश यादव के साथ खड़ा रहूंगा।
अखिलेश यादव और शिवपाल यादव का गठबंधन तय, सोशल मीडिया यूजर्स दे रहे हैं ऐसी प्रतिक्रिया
उन्होंने कहा कि अब अखिलेश यादव को लेकर मेरे मन में कोई मलाल नहीं है, मेरी केवल इतनी सी बात है कि हम उनके सामने अपनी बात रख देंगे। उस पर अखिलेश यादव जो भी फैसला लेंगे, वो मैं मानने को तैयार हूं। इसके साथ उन्होंने कहा कि मैंने मान लिया है कि समाजवादी पार्टी के ‘नेता जी’ अब अखिलेश यादव ही हैं। मैं चाहता हूं कि उनके नेतृत्व में सरकार बने और वह मुख्यमंत्री बनें।
शिवपाल से पूछा कि पिछले 5 सालों में आपने अखिलेश यादव में क्या बदलाव देखे हैं? इस पर उन्होंने ने कहा कि बदलाव तो अब देखेंगे। जब उनके साथ नजदीक से काम करेंगे तब पता चलेगा कि बदलाव क्या हुआ है। जानकारी के लिए बता दें कि 2017 विधानसभा चुनाव के बाद दोनों नेताओं के बीच हुई अनबन को लेकर पार्टी दो टुकड़ों में बंट गई थी।