दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर ईडी का शिंकजा कसता जा रहा है। मनी लांड्रिंग मामले में दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन न्यायिक हिरासत में हैं। वहीं अब कोर्ट ने जमानत याचिका पर अपना फैसला भी सुरक्षित रख लिया है। मतलब अब सत्येन्द्र जैन को 18 जून तक जेल में रहना पड़ेगा। वहीं खबरों कि मानें तो सत्येन्द्र जैन ने ईडी से कहा है कि कोरोना की वजह से उनकी याददाश्त चली गई है। इस पर भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने तंज कसा है।

दरअसल ईडी ने कोर्ट को बताया कि ‘जब भी जैन से सवाल पूछे जाते हैं तो वो कहते हैं कि उनको कोविड हुआ था, जिसकी वजह से अब उनकी याददाश्त चली गई है।’ ईडी ने बताया कि ‘कुछ सवालों के जवाब में उन्होंने याददाश्त चले जाने की बात कही है।’ अब इसी बार भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने लिखा कि ‘कोरोना से मेरी याददाश्त चली गई- ED से बोले सत्येंद्र जैन, चिंता ना करो जैन साहब ED ऐसी डॉक्टर है कि सारी याददाश्त एक झटके में याद दिला देगी।’ सोशल मीडिया पर लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

हुकुम चंद नाम की यूजर ने लिखा कि ‘फिर युगपुरुष ने इन्हें मंत्री और हिमाचल का प्रभारी किस विशेषता के लिए नियुक्त किया हुआ है।’ प्रताप सिंह मेहता ने लिखा कि ‘बिना याददाश्त वाला व्यक्ति दिल्ली सरकार में कैसे बना बैठा है?’ शिवेश श्रीवास्तव ने लिखा कि ‘ऐसा इंसान जिसकी याददाश्त ही चली जा रही है, वो किसी भी मंत्री पद पर कैसे रह सकता है। ऐसे बीमार व्यक्ति से सारी सरकारी सुविधाएं ले लेनी चाहिए।’

दिलीप सिंह भाटी ने लिखा कि ‘सत्येंद्र जैन खुद की याददाश्त यानी स्वास्थ्य ठीक नहीं है और वह पूरी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री बनकर बैठे हैं, क्या कहा जाए ऐसी सरकार को।’ विजय मिश्रा ने लिखा कि याददाश्त चली गई तो ED के पास नार्को टेस्ट का विकल्प है।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘जब याददाश्त चली गई तो फिर मंत्री पद पर कैसे बना बैठा है?’ प्रेम चौधरी ने लिखा कि ‘ED के अधिकारियों को झूठ पकड़ने वाली मशीन लगाकर पूछना चाहिए। जिस व्यक्ति का दिमाग काम करना बंद हो गया है, याददाश्त चली गई, ऐसे व्यक्ति को केजरीवाल ने मंत्री बना रखा हुआ है।’

महाशय झा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कुछ तो गड़बड़ है, सत्येन्द्र जैन खुद कह रहे हैं कि कोरोना से उनकी याददाश्त चली गई, फिर भी अरविंद केजरीवाल जी उन्हें अब तक मंत्री बना रखे हैं। जबकि ऐसे व्यक्ति को संवैधानिक पद पर बने रहना ही असंवैधानिक है।’ विकास नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जिसकी याददाश्त चली गई हो, जिसका स्वास्थ्य खराब हो, उसको दिल्ली का स्वास्थ्य मंत्री पद पर बनाये रखकर यह दिल्ली वालों के स्वास्थय के साथ खिलवाड़ नहीं है क्या?

बता दें कि ईडी की तरफ से दावा किया गया है कि ED ने सत्येन्द्र के दिल्ली-गुरुग्राम के करीब 7 ठिकानों पर छापा मारा गया था। करीब 2.82 करोड़ नगद और 1.80 किलोग्राम सोने के सिक्के बरामद हुए थे। ये छापेमारी तब हुई थी जब सत्येन्द्र जैन ईडी की हिरासत में थे। ईडी की हिरासत में रहने के दौरान सत्येन्द्र जैन की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिसके बाद आप नेताओं और समर्थकों ने ईडी हिरासत में सत्येंद्र जैन को यातना देने का आरोप लगाया और उत्पीड़न के लिए बीजेपी की केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला।