प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को वाराणसी दौरे पर थे। उनके दौरे से उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गहमागहमी तेज हो गई। एक तरफ पीएम मोदी वाराणसी पहुंचे थे तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सपा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। सपाइयों ने बढ़ती महंगाई, पंचायत चुनाव में धांधली समेत कई मुद्दों को लेकर जमकर नारेबाजी की। इन मुद्दों को लेकर एक न्यूज़ चैनल पर डिबेट हो रही थी। डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि बुआ ने कहा फायदा हमें हुआ नहीं, मैं तुम्हारी बुआ नहीं।’
दरअसल यह पूरी डिबेट न्यूज़ 18 इंडिया चैनल पर हो रही थी। इस डिबेट के दौरान ही भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने अपनी बात शुरू करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कि, ‘ सुनील जी ने कहा कि मोदी और योगी से बड़ा चेहरा हमारे अखिलेश यादव जी हैं हां बिल्कुल आपके लिए बड़े चेहरे होंगे। मगर यही बड़ा चेहरा आज से कुछ वर्ष पहले राहुल गांधी जी का सहारा लिया था। बुआ का सहारा लिया था कि नहीं?’
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी जी को साइकिल से उतारना पड़ा और बुआ ने कहा फायदा हमें हुआ नहीं मैं तुम्हारी बुआ नहीं। तुम अपने राह चलो मैं अपने रहा चलूंगी। अगर अखिलेश यादव का चेहरा इतना बड़ा चेहरा था तो और दूसरे मुखौटो की जरूरत क्यों पड़ी। मजबूरी क्या थी मैं यही पूछना चाहता हूं?
बता दें कि 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के ऐन मौके पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन किया था। इस चुनावी गठबंधन se राहुल और अखिलेश के रिश्तो के बीच मिठास बढ़ी थी। इस दौरान राहुल गांधी अखिलेश यादव के कसीदे पढ़ते नजर आते थे। एक बार उन्होंने कहा था कि अखिलेश यादव के साथ मेरा पर्सनल रिलेशनशिप भी है। उन्होंने अपने एक बयान में अखिलेश यादव को लेकर या भी कहा था कि मैं खुशी से कह रहा हूं कि आप पॉलिटिकल रिलेशन में बदल गया है। यूपी विधानसभा चुनाव में हुई हार के बाद दोनों पार्टियों ने अपना – अपना रास्ता अलग कर लिया था।
‘राहुल गांधी जी को सायकल से उतारना पड़ा’ और
“बुआ ने कहा फायदा हमें हुआ नही, मैं तुम्हारी बुआ नहीं,
तुम अपने राह चलो मैं अपने राह चलुंगी” – संबित पात्रा, BJP#ModiInKashi #AarPaar @AMISHDEVGAN @sambitswaraj pic.twitter.com/d7JMWXH7Hd— News18 India (@News18India) July 15, 2021
वहीं 2019 लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने मायावती के साथ गठबंधन किया था। जिसके बाद नतीजों में मिली करारी शिकस्त के बाद दोनों पार्टियों ने एक दूसरे से मुंह मोड़ लिया था।
