24 सितंबर को मुंबई में बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर एक महिला बाइक लेकर पहुंच गई जब उसे पुलिसकर्मियों ने रोका तो उसने धमकी और गाली दी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। महिला को पुलिस ने बिना हेलमेट के बाइक चलाने पर रोका था, लेकिन उसने पुलिस की बात मानने से इंकार कर दिया और अभद्र व्यवहार करने लगी।

‘नरेंद्र मोदी फोन करके कहें तो…’

बताया जा रहा है कि महिला 26 वर्षीय आर्किटेक्ट नूपुर पटेल है, पुलिस कांस्टेबल के साथ बहस करते वह कह रही है कि ये रोड मेरा भी है, मैं भी टैक्स भरती हूं। इस पर पुलिसकर्मी नूपुर से गाड़ी बंद करने के लिए कहते हैं तो वह कहती है कि मैं नौकर नहीं हूं। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फोन करके कहेंगे तब मैं अपनी गाड़ी बंद कर दूंगी।

‘मैं ठोक के निकल सकती हूं।’

नूपुर को पुलिस से यह भी कहते सुना जा सकता है कि वह एक “वीआईपी” हैं और बिना हेलमेट के सी लिंक पर सवारी करने का अधिकार है। महिला ने कहा कि मेरी गाड़ी रुकेगी नहीं, बैठना है तो पीछे बैठ जाओ। गाड़ी बंद करने के लिए कहने पर उसने कहा कि मैं ठोक के निकल सकती हूं। मुझे छूना नहीं वरना हाथ काट के हाथ में रख दूंगी।

बहस के दौरान महिला ने अपने बैग से एक पिस्तौल जैसी दिखने वाली वस्तु निकाली, इससे वहां मौजूद लोग डर गए। उन्हें लगा कि कहीं ये गोलीबारी ना कर दे। हालांकि वह एक लाइटर था, जो सिगरेट जलाने के काम आता है। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो को देखकर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं और गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा कि यह सरासर बेशर्मी और अशिष्टता है, ड्यूटी पर मुंबई ट्रैफिक पुलिस के लिए उसकी भाषा गंदी है, खुशी है कि उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस पर चिल्लाते हुए कहती है कि वह भारत सरकार से है। एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि महिला काफी गुस्से में दिखाई दे रही है, इसे पुलिस द्वारा मदद की जानी चाहिए।

मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने महिला के खिलाफ धारा 353 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल), 186 (लोक सेवक को उसके सार्वजनिक कार्यों के निर्वहन में बाधा डालना), 279 (तेज गति से गाड़ी चलाना), 336 ( भारतीय दंड संहिता और मोटर वाहन अधिनियम की धारा 129 (बिना हेलमेट के गाड़ी चलाना) सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।