आरएसएस ने इटली के वेटिकन में पोप फ्रांसिस के साथ पीएम मोदी की मुलाकात का स्वागत करते हुए शनिवार को कहा कि इस बैठक से देश की प्रतिष्ठा बढ़ रही है। संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि अगर किसी सरकार के प्रमुख दुनिया में मौजूदा सभ्य समाज में किसी से मिलते हैं तो इसमें गलत क्या है? हम इसका स्वागत करते हैं। हम वसुधैव कुटुम्बकम में भरोसा कर सभी धर्मों का सम्मान करते हैं।

मोदी ने शनिवार को जी20 शिखर सम्मेलन के इतर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की। मैक्रों से मुलाकात के दौरान NSA अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया कि मोदी और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच जी20 ओआरजी शिखर सम्मेलन से इतर सार्थक चर्चा। आज की बातचीत से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को गति मिलेगी। उधर, मोदी ने शनिवार को जी20 शिखर सम्मेलन से इतर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन समेत दुनिया के अन्य नेताओं से संवाद किया।

पीएमओ की तरफ से ट्वीट की गई तस्वीरों में मोदी को बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात करते हुए देखा जा सकता है। पीएमओ ने ट्वीट में लिखा– रोम में पीएम नरेंद्र मोदी ने अनेक वैश्विक नेताओं से बातचीत की।

उधऱ, इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी ने रोम में जी-20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत में गरीब देशों के लिए कोविड-19 के और टीकों की व्यवस्था के लिए प्रयास करने का आह्वान किया। द्रागी ने कहा कि संपन्न देशों में 70 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण हो चुका है। जबकि गरीब देशों में केवल तीन प्रतिशत लोगों को ही कोविड टीके की खुराक मिली है।

जी-20 सम्मेलन के एजेंडे में जलवायु परिवर्तन, कोरोना के बाद आर्थिक सुधार जैसे मुद्दे शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन से पहले इटली को उम्मीद है कि जी-20 के देश कार्बन उत्सर्जन में कटौती को लेकर महत्वपूर्ण प्रतिबद्धता जताएंगे। जलवायु सम्मेलन रविवार को ग्लासगो, स्कॉटलैंड में शुरू होगा। जी-20 सम्मेलन खत्म होने के तुरंत बाद कई देशों के प्रमुख ग्लासगो जाएंगे। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सम्मेलन से जुड़ेंगे।