राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (RSS) के पूर्व प्रचारक और BJP के राष्‍ट्रीय महासचिव (संगठन महामंत्री) रामलाल की भतीजी ने अपने मुस्लिम ब्‍वॉयफ्रेंड से शादी की है। श्रेया गुप्‍ता और फैजान करीम की शादी में बीजेपी के वरिष्‍ठ नेताओं के साथ योगी सरकार के मंत्रियों ने भी शिरकत की थी। श्रेया और फैजान की शादी के बाद से सोशल मीडिया में इसको लेकर हंगामा मचा हुआ है। लोग रामलाल के साथ ही बीजेपी पर भी तंज कस रहे हैं। ऐसे ही एक शख्‍स ने ट्वीट किया, ‘फैजान करीम से मिलिए। उन्‍होंने बीजेपी के महामंत्री रामलाल की भतीजी से शादी की है। श्री योगी आदित्‍यनाथ भी इस शादी में शामिल हुए।’ एक अन्‍य शख्‍स ने लिखा, ‘रामलाल ने योगी आदित्‍यनाथ की पीठ में चाकू घोंपा है।’ दामोदर नामक यूजर ने भी आरएसएस और बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्‍होंने ट्वीट किया, ‘बीजेपी को शर्म आनी चाहिए। संगठन मंत्री रामलाल की भतीजी ने मुसलमान लड़के से शादी की है। यह डॉक्‍टर हेडगेवार का आरएसएस नहीं है। हम हिंदू आरएसएस पर अपना विश्‍वास खो चुके हैं, क्‍योंकि आप अपनी बेटियों को लव जिहाद से सुरक्षित नहीं रख सके। हिन्‍दुओं को आरएसएस छोड़ देना चाहिए।’

रामलाल की भतीजी श्रेया गुप्‍ता और फैजान करीम की शादी पर सोशल मीडिया में तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दी गईं।
कुछ लोगों ने इस शादी का विरोध भी किया है।
रामलाल की भतीजी श्रेया गुप्‍ता और फैजान करीम की शादी पर सोशल मीडिया में तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दी गईं।

ऐसा नहीं है कि सभी ने श्रेया गुप्‍ता और फैजान करीम की शादी का विरोध ही किया। सोशल मीडिया में बहुत से लोगों ने इसे मिसाल बताते हुए इसकी तारीफ भी की है। ऐसे ही एक शख्‍स ने ट्वीट किया, ‘आरएसएस लीडर रामलाल की भतीजी श्रेया गुप्‍ता ने लखनऊ में फैजान करीम से शादी की है। दोनों को ढेर सारी बधाइयां और सुभाशीष। आरएसएस से सिर्फ एक अनुरोध है कि नवविवाहित की तरह प्रेम का संदेश फैलाएं न कि नफरत।’ एक अन्‍य यूजर ने लिखा, ‘रामलाल इसके जरिये (श्रेया और फैजान की शादी) अपनी खुद की पार्टी और संबंधित संगठनों को मजबूत संदेश दिया है। सभी महिलाओं को किसी को भी चुनने की स्‍वतंत्रता होनी चाहिए, ठीक उसी तरह जैसा कि उनकी (रामलाल) भतीजी ने किया।’ बता दें कि श्रेया और फैजान की शादी में नवविवाहित दंपति को आशीर्वाद देने के लिए योगी सरकार के कई मंत्रियों के अलावा अन्‍य दिग्‍गज नेता पहुंचे। शादी समारोह में शिरकत करने वालों में उत्‍तर प्रदेश के राज्‍यपाल राम नाईक, प्रदेश के उप-मुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा, केंद्रीय मंत्री मुख्‍तार अब्‍बास नकवी, सुरेश खन्‍ना जैसे बड़े नेता और मंत्री शामिल थे।