दिल्ली के एक रेस्टोरेंट का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक महिला को साड़ी पहने होने के कारण उसे रेस्टोरेंट में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। इस वीडियो को शेयर करते हुए लोग सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।

इस वायरल वीडियो में एक महिला और एक पुरुष कर्मी नजर आ रहे हैं। जिसमें महिला कर्मचारी कह रही है कि हम आपको स्मार्ट कैजुअल एलाऊ कर रहे हैं, लेकिन साड़ी पहनकर भीतर जाने की अनुमति नहीं है। @anitachoudhary नाम के टि्वटर हैंडल से यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा गया कि क्या महिलाओं को साड़ी पहनना छोड़ देना चाहिए?

लेखिका शेफाली वैद्य ने यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि, ‘रेस्टोरेंट में साड़ी पहनकर जाने की अनुमति नहीं है क्योंकि साड़ी अब स्मार्ट पोशाक नहीं है। स्मार्ट परिधान की ठोस परिभाष क्या है कृप्या आप मुझे बताएं। मैं यूएस, यूके, यूएई के टॉप रेस्टोरेंट में साड़ी पहनकर गई हूं और दिल्ली के इस रेस्टोरेंट ने साड़ी में एंट्री नही दी है। क्योंकि यह स्मार्ट परिधान नहीं है।

पत्रकार रिचा अनिरुद्ध लिखतीं हैं कि मुझे लगता है हम सबको साड़ी पहन कर इस रेस्तरां में जाना चाहिए..बड़ी संख्या में महिलाओं को… तब इनको पता चलेगा कि साड़ी और साड़ी पहनने वाली कितनी स्मार्ट होती हैं। एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि ये हो क्या रहा हैं अपने देश मे। तत्काल ऐसे रेस्टोरेंट को बैन किया जाना बहुत जरूरी है ये हमारी संस्कृति को खत्म करना चाहते हैं। अभिषेक शुक्ला नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि ऐसे रेस्टोरेंट्स को तो तुरंत ही बंद कर देना चाहिए।

लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए लिखा कि यह है वह रेस्टोरेंट जहाँ साड़ी पहन कर आने में मनाही है। गूगल पर जाइये, रिव्यु पर क्या करना है- यह बताने की ज़रूरत है क्या? एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि अधिकतर अवार्ड फंक्शन्स में साड़ी ही पहनी जाती है। मतलब जहाँ स्मार्टनेस के लिए सम्मान मिलता हो वहां फक्र के साथ जो पहना जाता हो, ऐसे पहनावे पर रेस्टोरेंट का ऐसा बेतुका कांसेप्ट। जानकारी के लिए बता दें कि अभी रेस्टोरेंट की तरफ से इस बारे में कुछ भी प्रतिक्रिया नहीं आई है।