Ratan Tata Success Story: मशहूर उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) की निधन के साथ ही एक दौर का भी अंत हो गया है। 87 साल के उद्योगपति ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में बुधवार रात आखिरी सांस ली। उनके निधन ने दुनिया भर के लोगों को भावुक कर दिया है। राजनीति, उद्योग समेत कई अन्य जगत से जुड़े लोग टाटा की निधन पर शोक जता रहे हैं। साथ ही उनकी उपलब्धियों को याद करते हुए उन्हें सलाम कर रहे है।

इन सब के बीच रतन टाटा से जुड़ी कहानियां लोग साझा कर रहे हैं। उसने जुड़ी एक कहानी जो काफी फेमस है वो है विदेशी कंपनी फॉर्ड मोटर्स से जुड़े उनके बदले की। फोर्ड मोटर्स के चेयरमैन की बातों से आहत टाटा ने बड़े अगल अंदाज में उनसे बदला लिया था।

Also Read
Ratan Tata Death News: रतन टाटा को श्रद्धांजलि दे रहा भारत, प्रधानमंत्री ने बताया असाधारण इंसान, अंबानी-अडानी और महिंद्रा ने ऐसे किया याद

क्यूं टाटा ने लिया था बदला?

ये बात है 90 के दशक की, जब टाटा सन्स (Tata Sons) के चेयरमैन रतन टाटा की रिजीम में टाटा मोटर्स (TATA Motors) ने अपनी कार टाटा इंडिका लॉन्च की थी। लेकिन उस समय कार की बिक्री उस हिसाब से नहीं हुई, जिस हिसाब से होनी चाहिए थी। ग्राहकों के खराब रिस्पॉन्स और घाटे के कारण उन्होंने इंडिका को पैसेंजर कार डिवीजन को बेचने का फैसला किया। ऐसे में उन्होंने अमेरिकन कार निर्माता कंपनी फोर्ड मोटर्स से बात की।

हालांकि, तभी फोर्ड मोटर्स के चेयरमैन बिल फोर्ड ने उनका मजाक उड़ाया था। उन्होंने कहा था, “तुम कुछ जानते नहीं, आखिर तुमने पैसेंजर कार डिविजन शुरू ही क्यों किया। अगर मैं ये सौदा करता हूं तो तुम्हारे ऊपर बड़ा एहसान होगा।”

बिल फोर्ड के इन शब्दों ने टाटा को काफी चोट पहुंचाई। ऐसे में उन्होंने मन ही मन बड़ा निश्चय कर लिया। अमेरिका में अपमानित होने के बाद उन्होंने कार डिविजन को बेचने का निर्णय टाल लिया और बिल फोर्ड से ऐसा बदला लिया, जो वो सोच भी नहीं सकते थे।

इस तरह टाटा ने लिया पूरा बदला

बिल से मुलाकात से बाद वो मुंबई वापस आ गए। किसी से उन्होंने फैसला बदलने के कारण का जिक्र नहीं किया। लेकिन उन्होंने अपना पूरा फोकस टाटा मोटर्स को आसमान की ऊंचाइयों तक पहुंचाने में लगा दिया। उनकी मेहनत रंग लाई और 2008 तक टाटा मोटर्स दुनिया भर के मार्केट में छा गई। कंपनी की कारें वेस्ट सेलिंग कैटेगरी में टॉप पर आ गई थीं।

एक ओर जहां TATA Motors को रतन टाटा ने आकाश की बुलंदियों पर पहुंचा दिया, वहीं दूसरी ओर बिल फोर्ड (Bill Ford) की फोर्ड कंपनी घाटे में जा रही थी। ऐसे में डूबती कपंनी को उबारने के लिए रतन टाटा आगे आए। उन्होंने उनकी कंपनी की सबसे लोकप्रिय जैगुआर और लैंड रोवर ब्रांड को खरीदने का ऑफर दिया।

हालांकि, इस सौदे के लिए टाट अमेरिका नहीं गए। बल्कि उनका अपमान करने वाले बिल फोर्ड को खुद अपनी पूरी टीम के साथ मुंबई आना पड़ा। हालांकि, मुंबई आते ही बिल के सुर बदल गए। मीटिंग में उन्होंने अपने लिए वही शब्द दोहराया जो उन्होंने टाटा को कहा था। फोर्ड चेयरमैन ने रतन टाटा को धन्यवाद किया और कहा, “आप जैगुआर और लैंड रोवर सीरीज को खरीदकर हमपर बड़ा एहसान कर रहे हैं।”

आज जैगुआर और लैंड रोवर कारें टाटा मोटर्स की सबसे सक्सेसफउल सेलिंग मॉडल्स में एक हैं।