किसानों के हक की बात कर आंदोलन करने वाले राकेश टिकैत एक बार फिर सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर आंदोलन की धमकी दे रहे हैं। राकेश टिकैत ने 21 मार्च को किसानों ने विश्वासघात दिवस मनाने का ऐलान करते हुए प्रदर्शन करने की अपील की थी और अब कहा है कि देश में फिर बड़ा आंदोलन खड़ा करने में देर नहीं लगेगी।

राकेश टिकैत ने फिर दी आंदोलन की धमकी: राकेश टिकैत ने ट्विटर पर लिखा कि “तीन कृषि कानूनों के समर्थन में घनवट ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपी रिपोर्ट सार्वजनिक कर साबित कर दिया कि वे केंद्र सरकार की ही कठपुतली थे। इसकी आड़ में इन बिलों को फिर से लाने की केंद्र की मंशा है तो देश में और बड़ा किसान आंदोलन खड़े होते देर नहीं लगेगी।”

क्यों भड़के राकेश टिकैत?: दरअसल तीन कृषि कानूनों का अध्ययन करने के लिए उच्चतम न्यायालय की ओर से नियुक्त समिति में से एक सदस्य अनिल घनवट ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर रिपोर्ट के सार्वजनिक कर दिए। रिपोर्ट के अनुसार, समिति के समक्ष 73 किसान संगठनों ने अपनी बात रखी जिनमें से 3.3 करोड़ किसानों का प्रतिनिधित्व करने वाले 61 संगठनों ने रद्द हुए कृषि कानूनों का समर्थन किया था। इसी रिपोर्ट के सामने आने के बाद टिकैत भड़क गये हैं।

लोगों की प्रतिक्रियाएं: टिकैत के दोबारा आंदोलन शुरू करने की धमकी पर सोशल मीडिया पर लोगों ने पानी प्रतिक्रियाएं दी हैं। अनुराग चौधरी नाम के यूजर ने लिखा कि “जनता भली भांति तुम्हें पहचान गई है। तुमने भोले भाले किसानों को सड़क पे बैठा कर जो भी कुछ किया था ना वो सब याद है और इस बार किसान तुम्हारे झांसे में नहीं आने वाले । तुम्हारा एजेंडा जनता देख रही है।”

जीतेन्द्र वालिया नाम के यूजर ने लिखा कि “अब तो हम कानूनों का ही समर्थन करेंगे, तुम्हारा और तुम्हारे भाई का नहीं, तुम दोनों भाईयों ने उत्तरप्रदेश के चुनावों में जो खेल खेला है वो अब महंगा पड़ेगा।” साथी नाम के यूजर ने लिखा कि “नया आंदोलन भी क्या उत्तर प्रदेश चुनाव की तरह लोक सभा चुनाव से ठीक पहले खत्म करेंगे, या संघर्ष न्याय मिलने तक जारी रखेंगे?”

राहुल नाम के यूजर ने लिखा कि “आप जितना बड़ा आंदोलन करोगे भाजपा उतनी ही बड़ी जीत दर्ज करेगी क्योंकि ये पब्लिक है सब जानती है साहेब।” स्वरूप कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि “बाबाजी फुलफॉर्म में हैं, अबकी बार गलती मत करना। पिछली बार लखनऊ जाने तक की हिम्मत ना हो पायी थी। काठ की हांडी बार बार आंच नही चढ़ती।”

नीरज कसौधन नाम के यूजर ने लिखा कि “राकेश जी किसानों ने ही भाजपा की सरकार बनाई है। पहले किसानों को जागरूक कर लीजिए, किसान बाहुल्य और जाट बाहुल्य इलाके से जब 24-24 सीटे निकलेंगी तो कानून आएगा ही।” पीयूष कुमार सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि “तुम तो अपने बूथ पर लोकदल को नहीं जितवा पाये तुम्हारे बूथ पर जहां तुम वोट डालने गये थे उस बूथ पर भाजपा जीत गई।”