कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए आरएसएस, बीजेपी समेत कई नेताओं पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने कहा कि देश की संस्थाओं पर भाजपा और आरएसएस का कब्जा है। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव के वक्त हमने मायावती से गठबंधन करने की बात कही, सीएम पद का ऑफर भी दिया लेकिन वह नहीं मानीं।
दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ‘यहां कई नेता हैं,जो सुबह से लेकर शाम तक बस सत्ता खोजते रहते हैं कि सत्ता कैसे मिलेगी। वे हमेशा सत्ता हासिल करने के बारे में सोचते रहते हैं। अब इसमें मेरी एक समस्या आ गई कि मैं सत्ता के एकदम बीच में पैदा हुआ लेकिन सच कहता हूं मुझे इसमें दिलचस्पी नहीं है। मैं रात को सोता हूं तो देश को समझने की कोशिश करता हूं।’
सोशल मीडिया पर लोग अब राहुल गांधी के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रियायें दे रहे हैं। वैभव तिवारी नाम के यूजर ने लिखा कि “वाह! क्या महान आदमी हो लेकिन फिर भी सत्ता से बाहर ही हो।” एक अन्य यूजर ने लिखा कि “जो कुछ और बनना चाहता था लेकिन उसे वर्षों से जबरदस्ती नेता बनाने की कोशिश की जा रही है तो उसे सत्ता में इंट्रेस्ट भला कैसे आएगा?”
निरंजन कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘राहुल गांधी केंद्र की सत्ता के करीब में जरूर पैदा हुए पर उम्र के साथ-साथ केंद्र की सत्ता से दूर होते चले गए। इनकी उम्र के कई दोस्त केंद्र की सत्ता में राजनीति कर रहे हैं और राहुल गांधी को संघर्ष करते हुए 10 साल बीत गए।’ पंकज पाण्डेय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अब बस भी कीजिए राहुल जी, आप को मेरा प्यारा भारत समझ में नहीं आएगा लेकिन भारत के रहने वाले आपको खूब समझ गए हैं।’
समीर शाह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘रात में सोकर देश को समझने की कोशिश, नया तरीका खोजा सर, हमें भी जानना है ये ट्रिक।’ आकाश शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इसलिए चाणक्य ने सही कहा था! “मनुष्य जन्म से नहीं, अपने कर्मों से बड़ा होता हैं।” एक यूजर ने लिखा कि ‘जब अंगूर नहीं मिल रहे हैं तो खट्टे लगने लगे।’
शुभम पटेल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘रात को सोते हैं और देश को समझते हैं ये क्या बात हुई भाई?’ संदीप कुंडू नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अगर देश से प्यार करते तो चीन के साथ समझौता नहीं करते। भाई , कुछ दिन पीएम के साथ रहो, १२ घंटे काम करो तो देश से जुड़ा थोड़ा ज्ञान जरूर पा जाओगे।’