एनडीटीवी (NDTV) के संस्थापक प्रणय रॉय और राधिका रॉय (Prannoy Roy and Radhika Roy) ने आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड (RRPR Holding Private Limited) से इस्तीफा दे दिया है। NDTV की तरफ से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि प्रणय और राधिका ने कंपनी के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया है, जो आज से ही प्रभावी होगा। प्रणव रॉय के आरआरपीआर से इस्तीफे के बाद सोशल मीडिया पर लोग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा- याद रखेंगे आपकी पत्रकारिता
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला (Rajya Sabha MP Randeep Singh Surjewala) ने ट्वीट किया,”अलविदा डॉ प्रणय रॉय! हम आपको और आपकी स्वतंत्र पत्रकारिता को याद करेंगे। गुलामी और गुलामी के शोरगुल के बीच एक “समाचार चैनल” बनाने के लिए धन्यवाद।” वकील प्रशांत भूषण (Prashant Bhushan) ने लिखा कि RIP एनडीटीवी? जहरीली मीडिया के बीच ताजी हवा की सांस की तरह आपका होना अच्छा था। कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद (Acharya Pramod) ने लिखा कि आख़िरी “स्तम्भ” भी गिरा, चलो अब सब “गोदी” हो गये।
अन्य लोगों की प्रतिक्रियाएं
अशोक स्वेन ने लिखा कि एनडीटीवी को बंद हुए कई साल हो गए हैं, यह तो अब दफन हो गया। पत्रकार नरेंद्र नाथ मिश्रा ने लिखा कि NDTV से प्रणव रॉय का इस्तीफ़ा। साथ ही एक युग का अंत। बचपन से The World This Week और चुनावों में उनका विश्लेषण देखकर पूरी पीढ़ी बड़ी हुई।
निगार प्रवीण ने लिखा कि NDTV के मालिक प्रणव रॉय ने इस्तीफा दे दिया है। आज से अडानी दायित्व निभाएंगे, साहब का चेहरा 1-2 चैनलों पर कम चमक रहा था, अब हर जगह एक व्यक्ति एक चेहरा दिखाई देगा, वैसे अच्छा भी हुआ। 23 घंटे का ‘गोदी मीडिया’ अब 24 घंटे एक ही धुन बजाएगा! सबको सच स्वीकार कर लेना चाहिए।
पुनीत कुमार सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि एनडीटीवी से प्रणव रॉय का इस्तीफा, अब एनडीटीवी हुआ अडानी टीवी। @manickamtagore यूजर ने लिखा कि एक युग समाप्त हो गया, एनडीटीवी और प्रणव रॉय का! दो अमीर और सत्ता में दो आदमी क्या कर सकते हैं, NDTV पर कब्जा कर इसे फिर साबित कर दिया। @sanataniboy90 यूजर ने लिखा कि NDTV सिर्फ प्रोपगेंडा चलाता था, मोदी की छवि को गिराने की कोशिश करता था। अडानी ने इसे खरीदकर बहुत अच्छा किया है।
सोशल मीडिया पर अधिकतर लोगों ने यह लिखा कि प्रणव रॉय और राधिका ने NDTV से इस्तीफ़ा दे दिया है हालांकि उन्होंने NDTV से नहीं बल्कि आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड (RRPR Holding Private Limited) के डायरेक्टर पद से इस्तीफ़ा दिया है। NDTV को लेकर अडानी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि इसे खरीदना एक व्यावसायिक अवसर नहीं बल्कि उनकी जिम्मेदारी थी। उन्होंने कहा था कि अगर सरकार ने कुछ गलत किया है तो आप गलत कहें, साथ ही सरकार अगर कुछ अच्छा कर रही है तो आपके पास उसे अच्छा कहने का भी साहस होना चाहिए।