उत्तर प्रदेश के डीजीपी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह हिंदी पंचाग का जिक्र कर बता रहे हैं कि कब अपराधी अधिक सक्रिय होते हैं और घटनाओं को अंजाम देते हैं। इतना ही नहीं, पुलिस से जुड़े अधिकारियों से भी हिंदू पंचाग को फॉलो करने का निर्देश दिया गया है।

यूपी डीजीपी का ये वीडियो हो रहा वायरल

यूपी कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वह कह रहे हैं “चंद्रमा की कलाओं के आधार पर पुलिसिंग कैसी की जाती है, चंद्रमा की कला को जानने के लिए सबसे आसान तरीका है जो हिंदू पंचांग है, उसके हिसाब से हम अपनी पुलिस की गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं और जनता के लोगों को ये जानना जरूरी है कि उन्हें पता रहे कि किस समय अपराध अपनी गतिविधि करते हैं।”

अधिकारियों को पंचांग के अनुसार पेट्रोलिंग का निर्देश

यूपी डीजीपी ने बताया कि जब चांद नहीं दिखाई देता, मतलब रात में अंधेरा होता है तो अपराधिक घटनाएं बढ़ जाती हैं और जब चंद्रमा की रौशनी रहती है तो घटनाएं कम होती हैं। डीजीपी ने सभी जिले के उच्च अधिकारियों को इसे समझने के लिए पंचांग का उदाहरण दिया और साथ में एक प्रति भी भेजी है। अधिकारियों को इस पर काम करने का निर्देश दिया है। सोशल मीडिया पर यूपी डीजीपी का वीडियो वायरल है और लोगों की इस पर खूब प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

प्रभाकर मिश्रा ने लिखा, ‘व्हाट ऐन आईडिया सर जी!! यूपी के डीजीपी साहब बता रहे हैं कि चंद्रमा की कलाओं के आधार पर कैसे अपराध पर काबू पाया जा सकता है? फिर तो चंद्रयान3 के सफल लैंडिंग के बाद तो और पुलिस को और सहूलियत हो जाएगी।’ शैलेश नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘पंचांग के साथ-साथ अब एक ज्योतिष भी रख लो ताकि अपराधी को कोई मौका ही न मिल सके, अपराध करने से पहले ही अपराधी को पकड़ लो।’

राजेंद्र गौतम नाम के यूजर ने लिखा, ‘यूपी के डीजीपी की अमावस की काली रात की थ्योरी का मजाक उड़ाना ठीक नहीं है। घुमंतू गैंग इन्हीं दिनों लखनऊ के पाश इलाके जघन्य कांड करते थे। पकड़े गए। यूपी पुलिस अगर पंचांग के आधार पर अपराधों पर नकेल कसने की तैयारी कर रही है उसका स्वागत किया जाना चाहिए।’ एक अन्य ने लिखा, ‘ग्रामीण इलाकों में चोर, डकैत अक्सर अंधेरी और काली रात में सक्रिय होते हैं, ग्रामीण क्षेत्रों के लिए यह थ्योरी बड़े ही काम की साबित हो सकती है।’