केंद्र सरकार ने अपने 8 साल पूरे होने की खुशी में हिमाचल के शिमला में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शिमला (Shimla) के कार्यक्रम में शिरकत भी की। इसी कार्यक्रम से लौटते हुए पीएम ने अपनी कार रोककर एक युवती से बात की, जो हाथ में उनकी मां हीराबेन की पेंटिंग लिए खड़ी थी। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

पीएम ने रुकवाई गाड़ी : प्रधानमंत्री जब माल रोड से अपनी कार से लौट रहे थे तो उन्होंने देखा कि एक युवती उनकी मां की पेंटिंग लिए खड़ी हुई है। इस पर उन्होंने अपनी कार रुकवा ली और युवती के पास आ खड़े हुए। इस दौरान उन्होंने युवती से नाम पूछा और इसके साथ ही यह भी सवाल किया कि यह पेंटिंग कितने दिनों में बनाई है। लड़की ने अपना अनु नाम बताते हुए कहा कि यह पेंटिंग उन्होंने 1 दिन में बनाई है।

इसके साथ ही युवती ने यह भी बताया कि उसने पीएम नरेंद्र मोदी की भी पेंटिंग बनाई है, जो डीसी को दी गई थी। इस दौरान युवती ने पीएम के पैर छुए और प्रधानमंत्री ने भी युवती के सर पर हाथ रख कर आशीर्वाद दिया। अपने संबोधन के दौरान भी पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि चंबा के मेटल वर्क, कांगड़ा की पेंटिंग के लोग आज भी दीवाने हो जाते हैं। सरकार का मकसद है कि हिमाचल के उत्पादों की दुनिया भर में डिमांड हो।

वायरल वीडियो पर लोगों की प्रतिक्रियाएं : पूर्णिमा नाम की एक यूजर पीएम नरेंद्र मोदी के वायरल वीडियो पर कमेंट करती हैं – नरेंद्र मोदी सर आप को कार से यह दिख जाता है, ट्विटर पर मैं नहीं दिखती। यह गलत बात है सर, मैं भी आपसे मिलना चाहती हूं। सूरज त्रिपाठी नाम के एक यूजर ने लिखा – प्रधानमंत्री का लोगों से सीधे तौर पर जोड़ना ही उनकी सफलता की कुंजी है। विदिशा नाम की एक यूजर कमेंट करती हैं कि देश के प्रधानमंत्री और एक आम नागरिक के बीच का संबंध कितना अद्भुत है।

Koo App
WATCH l PM Narendra Modi stopped his car to accept a painting of his mother by a girl in Shimla, Himachal Pradesh. #8yearsOfGaribKalyan
View attached media content
– Prasar Bharati News Services (@pbns_india) 31 May 2022

शिमला में पीएम मोदी ने कही ऐसी बात : पीएम ने संबोधन के दौरान लाभार्थियों से बात भी की। जिसमें उन्होंने कर्नाटक के कलबुर्गी की एक महिला संतोषी से बातचीत में कहा कि वह जिस तरह से अपने विचार व्यक्त करती हैं, उसे सेवा प्रभावित है अगर वह भाजपा के कार्यकर्ता होती तो वह उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कहतें।