यूपी चुनाव के तीसरे दौर की वोटिंग पूरी हो गई है। अब राजनैतिक दल चौथे चरण के चुनाव के लिए प्रचार करते नजर आ रहे हैं। 20 फरवरी को यूपी के हरदोई पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि जिस पिता को मंच से धक्का देकर हटाया था, उसी से जीत की गुहार लगवानी पड़ रही है। पीएम मोदी के बयान पर यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी।

दरअसल पीएम ने सपा प्रमुख पर हमला बोलते हुए कहा कि एक सीट को सुरक्षित मान रहे थे। वह भी हाथ से निकल रही है। उन्होंने आगे कहा कि जिन्होंने अपने पिता को मंच से धक्के देकर हटाया था… जिसे अपमानित करके पार्टी पर कब्जा जमाया था। उसी से गुहार लगानी पड़ी कि मेरी सीट बचाइए। जब मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की सीट ही सुरक्षित नहीं है तो हवा के रुख का पता लगाया जा सकता है।

सोशल मीडिया यूजर्स के कमेंट : यस नाम के एक यूजर ने पीएम मोदी के बयान पर तंज कसते हुए लिखा कि था मुझे भी याद है कि इन्होंने अडवाणी जी और मुरली मनोहर जोशी का क्या हाल किया था। अपनी भी तो बताओ ना? अन्ना नाम के एक ट्विटर यूजर लिखते हैं – वोट के लिए प्रतिद्वंदी के पारिवारिक मामले पर हमला करना पड़े तो समझ लीजिए विकास और उन्नति आपकी पार्टी का एजेंडा ही नहीं।

रमेश नाम के एक यूजर ने कमेंट किया, ‘ राजनीति सिखाने वाले अपने गुरु को गुमनामी में धकेलने वाले भी ज्ञान बांट रहे हैं। किसी के परिवार पर हमला बोलने से पहले गंभीरता से सोचना चाहिए।’ राजेंद्र यादव नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को हराने के लिए दिल्ली के पूरे मंत्री लगे हुए हैं। एक और अखिलेश पिता से आशीर्वाद ले रहे हैं दूसरी ओर मोदी उनके पिता पर टिप्पणी कर रहे हैं।

प्रशांत नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि ऐसा बयान देने वाले कहते हैं कि हम सत्ता के लिए नहीं बल्कि जन सेवा करने के लिए आए हैं। राजनीति का इतना बुरा स्तर नहीं होना चाहिए। अमित कुमार नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि बीजेपी के नेताओं की बौखलाहट बता रही है कि साइकिल तेजी से आगे बढ़ रही है। अब्दुल नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि यह कैसी राजनीति हो गई है? पार्टी को जीत दिलाने के लिए किसी परिवार पर हमला करना कहां तक सही है?