केंद्र में मोदी सरकार के आठ साल पूरे होने पर हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्य्रकम को संबोधित करने से पहले पीएम मोदी ने आठ मंत्रालयों की 16 योजनाओं के चयनित लाभार्थियों से वर्चुअल संवाद किया। इस दौरान कर्नाटक के कलबुर्गी की एक महिला लाभार्थी से बात करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि मैं अगर वहां होता तो चुनाव लड़वा देता।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक के कलबुर्गी की रहने वाली संतोषी से बात कर रहे थे जो आयुष्मान भारत हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर योजना की लाभार्थी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने संतोषी से पूछा कि आपको किस बात से संतोष हो गया? इस पर उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री से हमें बात करने का मौका मिला, इसलिए मैं अपने आपको भाग्यशाली मानती हूं।’ इसके बाद पीएम मोदी ने पूछा सरकार की योजना से आपको क्या लाभ मिला है?
इस पर संतोषी ने कहा, ‘पहले हमारे घर, गांव में यह सुविधा नहीं थी। उस समय बहुत दिक्कत होती थी। दवा मिलना मुश्किल होता था लेकिन जबसे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर हमारे यहां खुला है। मेरी मां समेत पूरे गांव वालों को फायदा मिल रहा है। दवाई फ्री मिल रही है, हम सभी लोग स्वस्थ है।’ संतोषी की बात सुनकर के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि आप कन्नड़ा में बोल रही थी लेकिन आपकी बातों को मैं फील कर रहा था कि आपको कितना संतोष मिला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘जिस तरह आपने अपनी बात रखी है, अगर मैं कर्नाटक में होता और भाजपा के कार्यकर्ता के तौर पर मैं काम कर रहा होता तो मैं आपको चुनाव लड़वा देता। आप गांव की सबसे बड़ी लीडर बन सकती हैं। आपने योजना से मिले लाभ को अच्छे और विस्तार से बताया।’ प्रधानमंत्री मोदी की बात सुनकर कलबुर्गी में मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर पीएम मोदी को धन्यवाद कहा।
बता दें कि शिमला में आयोजित इस कार्यक्रम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान सम्मान निधि की 21,000 करोड़ रुपये की 11वीं किस्त भी जारी कर दी है। अब तक 2 लाख करोड़ से ज्यादा कि रकम किसानों के खातों में पहुंच चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभा को संबोधित कहा कि 2014 से पहले अखबार की सुर्खियां होती थीं- लूट और खसूट, भ्रष्टाचार, घोटाले, भाई-भतीजवाद अफसरशाही, अटकी लटकी और फटकी योजनाओं की। आज चर्चा होती है सरकार की योजनाओं की जिनसे कई लोगों का जीवन सुधर गया।