9 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश (PM Modi Himachal Pradesh Election) में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे। पीएम मोदी का काफिला एक एंबुलेंस के लिए रोका गया था। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हुआ। भाजपा के तमाम नेताओं ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए वीडियो को शेयर किया था। हालांकि कई लोगों ने पीएम मोदी के काफिले के सामने आये एंबुलेंस पर सवाल खड़ा किया है।

कांग्रेस नेता ने किया ये ट्वीट

कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश (Gujaraat and Himachal Pradesh Assembly Election) में पीएम मोदी का काफिला रोककर एंबुलेंस को रास्ता दिए जाने के वीडियो का स्क्रीनशॉट शेयर कर लिखा कि इतना बड़ा संयोग? कमाल है मोदी जी। सड़क एवं परिवहन मंत्रालय की तरफ से ट्वीट कर लिखा गया कि एम्बुलेंस को रास्ता देने से किसी की जान बाख सकती है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरों के लिए मिसाल कायम की है।

सपा प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने लिखा कि दरबारियों को हिदायत थी कि हर कीमत पर राजा की लोकप्रियता बढ़नी चाहिए l एक दरबारी ने सुझाव दिया कि यदि राजा अपना काफिला रोककर किसी बीमार व्यक्ति को रास्ता दें तो जनता में खूब वाहवाही होगी l तुरंत बीमार आदमी तलाशा गया l उसे राजमार्ग पर लाया गया l राजा का काफिला रोका गया l @SahilBulla यूजर ने लिखा कि वाह, मुझे बहुत खुशी है कि मल्टीपल कैमरा एंगल (गोप्रो फुटेज सहित) ने इस घटना को रिकॉर्ड किया गया।

@RoflGandhi_ यूजर ने लिखा कि चुनाव के मौसम में कैश को इधर-उधर करने के लिये एंबुलेंस का बहुत उपयोग होता है इसलिये एंबुलेंस रोकना ठीक नहीं, 2 मिनट लेट हो गई तो कोई बागी खड़ा हो जायेगा और फिर फोन पर मिन्नतें करनी पड़ेंगी। @SeharShinwari यूजर ने लिखा कि और इंडियंस मुझे अटेंशन शीकर बोल रहे हैं जब कि खुद प्रधानमंत्री अटेंशन के लिए इतना परेशान हैं कि पूरी फिल्म बनवा ली।

बता दें कि हिमाचल प्रदेश चुनाव प्रचार के लिए पीएम मोदी हमीरपुर जा रहे थे, जहां चंबी में उन्होंने अपना काफिला रुकवाकर एंबुलेंस को जाने दिया। इससे पहले गुजरात में भी पीएम मोदी एक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए अपना काफिला सड़क के किनारे खड़ा करवा दिया था, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।