नॉएडा में गिराई गई भ्रष्टाचार की बड़ी इमारत ट्विन टावर्स की जगह लेकर एक और विवाद खड़ा हो गया है। खबर के अनुसार, स्थानीय लोगों ने ट्विन टावर्स वाली जमीन पर एक भव्य राममंदिर बनाये जाने का प्रस्ताव रखा है। इस खबर के सामने आते ही लोग सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। 

बच्चों के लिए पार्क या मंदिर बनाए जाने की मांग

ट्विन टावर गिराए जाने के बाद खाली हुई जमीन पर बच्चों के लिए पार्क, मंदिर बनाए जाने की चर्चा तेज हो रही है। RWA की एक मीटिंग में यह निर्णय लिया गया है कि खाली हुई जगह पर मंदिर बनाया जाए। RWA का कहना है कि सोसाइटी वाले उनके साथ हैं। जबकि सुपरटेक का कहना है कि जमीन का इस्तेमाल कंपनी ही करेगी! नॉएडा अथॉरिटी से हरी झंडी लेकर यहां नए प्रोजेक्ट शुरू किये जायेंगे।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

जफर सैफी नाम के यूजर ने लिखा कि मेरी राय ये है, सभी नये टावरों के निर्माणकार्य को रोककर हर जगह भव्य राम मंदिर बनाया जाए। इतने मंदिर बनाये जाए के भक्त कंफ्यूज हो जाए कि “कहां पूजा करें और कहां रहे”? सुमित चौधरी नाम के यूजर ने लिखा कि अगर इस बिल्डिंग को ही अस्पताल में परिवर्तित कर दिया जाता तो शायद ज्यादा लोगों का भला हो जाता है।

संध्या नाम की यूजर ने लिखा कि फिर तो हर बगीचे में ट्विन टावर बनाओ फिर उसे गिराओ और मंदिर बनाओ। देखना कोई देश में पुस्तकालय नहीं बनवा देना नहीं तो राजनीति कैसे अपने पकोड़े तलेगी? मुकेश कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि राम मंदिर बनना चाहिए कोई दिक्कत नहीं है, परंतु साथ साथ वहां हॉस्पिटल भी बन सकता है, स्कूल खुल सकता है। लाइब्रेरी खुल सकती है।

श्याम यादा नाम के यूजर ने लिखा कि जब जनता वोट मंदिर पर कर रही है तो मंदिर ही तो बनेगा। देश में जो भी हो रहा है, जो भी होगा। उसकी जिम्मेदार जनता है। विकास नाम के यूजर ने लिखा कि मैं तो कहता हूं कि देश की जीडीपी का कम से कम 20-30% हिस्सा मंदिर में लगाया जाए जिससे हिन्दू धर्म बच सकें।

बता दें कि नॉएडा सेक्टर 93 में स्थित ट्विन टावर्स को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गिरा दिया गया। टावर गिराने के बाद 80 हजार मीट्रिक टन मलवा पैदा हुआ है, इस मलवे को हटाना भी एक चुनौती है। 50 हजार टन मलबा बेसमेंट को भरने के इस्तेमाल में लिया जाएगा, जबकि 30 हजार टन मलबा रीसाइकिल किया जाएगा।