15 अगस्त 2022 को पूरे देश ने आजादी का 76 वां स्वंत्रता दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया है। इस दिन लोगों ने आजादी के खातिर शहीद हुए लोगों को याद किया है। इसी बीच भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ, जिसकी खूब चर्चा हुई। इस वीडियो में पंडित नेहरू पहली बार टीवी पर प्रेस- कांफ्रेंस कर रहे हैं।

वायरल हो रहा है नेहरू का पुराना वीडियो

इस प्रेस-कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से सवाल पूछने के लिए मुख्य एंकर के अलावा तीन अन्य पत्रकार और मौजूद थे। प्रेस कांफ्रेंस के शुरुआत में नेहरू ने बताया था कि टेलीविजन पर यह उनका पहला तजुर्बा है। प्रेस कांफ्रेंस में नेहरू ने देश, जेल और पडोसी देशों समेत कई मुद्दों पर अपनी बात रखते नजर आये थे।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

इस वीडियो को शेयर कर लोग जवाहर लाल नेहरू की जमकर तारीफ कर रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष कर रहे हैं। टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने लिखा कि कोई टेलीप्रॉम्प्टर नहीं। कोई कागज नहीं। एकतरफा मोनोलॉग नहीं। सवालों का डटकर सामना करना।हमारे राष्ट्रीय चरित्र पर वे कहते हैं “हम (भारतीय) लंबे समय तक या गहनता से नफरत नहीं करते हैं।”

कांग्रेस नेता नीरज भाटिया ने कहा कि ये इंटरव्यू तब का है जब मोदी जी मात्र तीन साल के थे। कस्तूरी शंकर ने लिखा, ‘क्या नेता है। क्या स्टार है। क्या अद्भुत उदाहरण है। हम भाग्यशाली थे कि नेहरू ने राष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया। वह पहले कभी किसी टेलीविजन के सामने नहीं रहे और वह पूरी तरह सहज हैं। दिल से बोल रही हूं। किसी टेलीप्रॉम्प्टर की जरूरत नहीं।’

पत्रकार राणा आयूब ने ट्वीट किया,’भारत के पहले प्रधानमंत्री नेहरू ने बीबीसी को इंटरव्यू था, मीडिया के सवालों का जवाब दिया था। पीएम मोदी अपने आठ साल के शासन काल में एक भी प्रेस मीट को संबोधित नहीं किया है। आजादी के 75 साल के लिए यह कैसा है?’ कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा कि स्वतंत्र भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित नेहरू कितने उल्लेखनीय राजनेता थे। एक दूरदर्शी, एक देशभक्त, आधुनिक भारत के निर्माता, उनकी प्रतिबद्धता का साहस हमारी मातृभूमि के प्रति प्रेम में गहराई से निहित है।

पत्रकारिता से जुड़े एसआर परवीन ने लिखा कि नेहरू की यह पहले टेलीविजन इंटरव्यू को देखकर बहुत अच्छा लगा, जब घृणा करने वाले लोग उन्हें इतिहास से मिटाने का प्रयास कर रहे हैं, वो भी ऐसे लोग जिन्होंने कभी प्रेस कांफ्रेंस नहीं बुलाई है। उनसे इतनी खुलकर बात की कल्पना नहीं कर सकते। विनोद कापड़ी ने लिखा, ‘ये एकदम अद्भुत है। आधुनिक भारत के निर्माता को सुनिए – किस आत्मविश्वास से अपनी बात रख रहे हैं। भारत को आज ऐसे ही दूरदर्शी और संवेदनशील नेतृत्व की ज़रूरत है।’