उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट पर चुनाव होने जा रहे हैं। आजमगढ़ सीट पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव चुनावी मैदान में हैं। वहीं बीजेपी की ओर से इस सीट पर दिनेश लाल यादव और बसपा से शाह आलम चुनाव लड़ रहे हैं। सपा के लिए वोट मांगने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर (OP Rajbhar) पहुंचे थे।

समाजवादी पार्टी द्वारा ओपी राजभर के किसी भी प्रत्याशी को एमएलसी का टिकट न दिए जाने के बाद वह नाराज दिखाई दे रहे थे। इसी बीच माना जा रहा था कि ओपी राजभर जल्दी अखिलेश यादव का दामन छोड़ सकते हैं लेकिन ओपी राजभर सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव का प्रचार करने आजमगढ़ पहुंच गए। उन्होंने सपा प्रत्याशी के साथ प्रचार भी किया।

इस दौरान एक समाचार चैनल के रिपोर्टर द्वारा सवाल किया गया कि महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने सपा गठबंधन से अपना हाथ पीछे खींच लिया है। आपकी आगे की रणनीति क्या है? रिपोर्टर के सवाल पर ठहाके लगाते हुए ओपी राजभर ने कहा, ‘ यहां पर कोई चुनाव नहीं हो रहा है, न ही उनके अलग होने से सरकार गिर जाएगी। आज वह नाराज हैं फिर कल साथ में आ जाएंगे।’

जब उनसे पूछा गया कि वाह आजमगढ़ लोकसभा चुनाव में सपा के उम्मीदवार धर्मेंद्र कुमार को कैसे जिताएंगे? इसके जवाब में ओपी राजभर की ओर से कहा गया कि आजमगढ़ की पांचों विधानसभा में अकेले हमारी पार्टी डेढ़ लाख वोट पाएगी। इसके साथ उन्होंने कहा कि हमने यह करके दिखाया है इसलिए इस तरह का दावा कर रहे हैं। उन्होंने आगे बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ विधानसभा सीटों पर हम चूक गए थे नहीं तो सब कुछ उलट दिए होते।

MLC चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर ओपी राजभर ने कहा कि मांगो उसी से जो दे दे खुशी से और कहे ना किसी से। जब उनसे पूछा गया कि क्या समाजवादी पार्टी के द्वारा आपकी उपेक्षा की गई है? इस सवाल पर ओपी राजभर ने कहा कि जिसकी इज्जत ही नहीं है उसकी बेज्जती कैसे होगी। जानकारी के लिए बता दें कि ओमप्रकाश राजभर के दोनों बेटों ने भी अखिलेश यादव से नाराजगी जताते हुए ट्वीट किया था।