ओपी राजभर और अखिलेश यादव के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं। यूपी में हुए लोकसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद से ही ओपी राजभर, अखिलेश यादव को नसीहत पर नसीहत देते नजर आये लेकिन अखिलेश यादव की तरफ से जो जवाब आया उसने भी शायद आग में घी डालने का काम किया। अब ओपी राजभर अखिलेश यादव के विपरीत जाने का मन बना चुके हैं!

ओपी राजभर ने ट्वीट कर जानकारी दी कि “सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने सदैव शोषित, दलित,पिछड़ों व समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के हक की आवाज को बुलन्दी के साथ उठाने काम किया है और इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए” माननीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी एवं मुख्यमंत्री उ प्र० श्री योगी आदित्यनाथ जी के आग्रह पर हमारी पार्टी सुभासपा दलित आदिवासी समुदाय से लगाव रखने वाली महिला राष्ट्रपति प्रत्याशी माननीया द्रौपदी मुर्मू जी का समर्थन करने का निर्णय लिया है।”

ओपी राजभर के इस ट्वीट पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। केके मौर्या नाम के यूजर ने लिखा कि ‘स्वामी प्रसाद मौर्य की जगह राजभर जी के बेटे को सपा से विधान परिषद सीट मिल गई होती तो ओमप्रकाश राजभर की नजर में पिछड़ों दलितों का भला खूब होता। शैलेन्द्र नाम के यूजर ने लिखा कि आपको सत्ता में रहना पसंद है। संघर्ष नहीं कर सकते इसलिए रोज़ पाला बदलते हैं। आपको किसी के हक की नहीं सिर्फ अपने हक की चिंता है।’

अंजू सिंह नाम की यूजर ने लिखा कि ‘मतलब कि दरबारी मीडिया आपके बारे में सही कह रही थी कि आप सत्ता के लालची बिन पेंदे के लोटे हो। अभी इलेक्शन बीते 4 भी महीने नहीं हुए और अमित शाह के खौफ से लेट गये।’ अनिल यादव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘लग तो रहा कि कुर्सी के बिना आपको मजा नहीं आ रहा है। दलित पिछड़ों का हक अधिकार मिल गया क्या, जो भाजपा की हां में हां मिला रहे हैं। भागने का मूड बना लिया है आपने तो भागेंगे जरूर!’

विक्रम यादव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जब भाजपा लोकतंत्र पर हमला करेगी, तब आपको बोलने का कोई अधिकार नहीं होगा और शोषितों की बात अब घर बैठकर ही करना।’ नईम अंसारी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जितना भला रामनाथ कोविंद जी ने दलितों का किया है उतना ही भला द्रौपदी मुर्मू आदिवासियों का करेंगी।’

बता दें कि सुभासपा और सपा के बीच विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन हुआ था। दोनों ने मिलकर चुनाव लड़ा लेकिन सरकार नहीं बना पाए। इसके बाद लोकसभा उपचुनाव के बाद ओपी राजभर, अखिलेश यादव से नाराज हो गए और उन्हें एसी कमरे से बाहर निकलने की नसीहत देने लगे. हाल ही में जब विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा लखनऊ पहुंचे थे तो ओपी राजभर को आमंत्रित भी नहीं किया गया था। अब उन्होंने एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया है।