जय दशमी के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का 96वां स्थापना दिवस है। इस मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस अवसर पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी पंथ संचालन में शामिल हुए। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने बीजेपी को घेरा।

उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा, RSS चाहे तो आज ही देश के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री को भी ऐसे ही संघ पंक्ति में खड़ा कर दे। मोहसिन नाम की एक ट्विटर यूजर ने सीएम प्रमोद सावंत पर टिप्पणी करते हुए लिखा कि आरएसएस से जुड़ने वालों को मुस्लिम धर्म के खिलाफ नफरत करना सिखाया जाता है। ऐसे में यह कैसे मान लिया जाए कि गोवा के मुख्यमंत्री मुसलमानों के लिए कुछ अच्छा सोचते होंगे।

 आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते यह कहा कि देश में बढ़ रही नशे की लत चिंता का विषय है। भागवत ने जम्मू कश्मीर में हो रही हिंसा को लेकर कहा कि लोगों में डर का माहौल बनाने के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने बिटकॉइन और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी चिंता व्यक्त करते हुए सरकार से इसमें बदलाव करने की मांग भी की। इसके साथ ही उन्होंने शस्त्र पूजा भी की।

वहीं राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने corona महामारी की वजह से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को पथ संचलन की अनुमति नहीं दी है। जिसको लेकर बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि ऐसा जानबूझकर किया गया है।

गौरतलब है कि RSS की स्थापना 25 सितंबर 1925 को विजयदशमी के दिन केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा की गई थी। यह संगठन 2025 में अपने 100 साल पूरे कर लेगा। संघ पर तीन बार प्रतिबंध भी लगाया जा चुका है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के बाद संघ पर सवाल उठाते हुए प्रतिबंधित कर दिया गया था, दूसरी बार आपातकाल के दौरान और तीसरी बार 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद भी संघ 6 महीने का प्रतिबंध लगाया गया था।