बिहार की राजधानी पटना में अभ्यर्थी अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस और कुछ अधिकारियों ने अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज कर दिया। इससे कई अभ्यर्थी चोटिल हो गए हैं। एक अधिकारी द्वारा अभ्यर्थी की लाठी से पिटाई करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसे देखकर लोग आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। 

अधिकारी ने लाठी से अभ्यर्थी को पीटा

बताया जा रहा है कि प्रदर्शन करने अभ्यर्थी माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) पास कर चुके हैं। नौकरी की मांग कर अभ्यर्थियों पर पटना में जमकर लाठियां चली। एक युवक, जो हाथों में तिरंगा लेकर सड़क पर बैठ गया, उस पर ADM भड़क गए। पहले तो उसका बाल पकड़कर खींचा गया और फिर ADM ने लाठियों से क्रूरता से पीटना शुरू कर दिया। छात्रों को हटाने के लिए लाठीचार्ज के अलावा वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया।  बताया जा रहा है कि हाथ में तिरंगा लेकर प्रदर्शन कर रहे युवक को पीटने वाले अधिकारी पटना के ADM हैं, जिसको हटाये जाने की मांग भी होने लगी है।

अमित मालवीय ने कसा तंज

छात्र की पिटाई का वीडियो देखकर सोशल मीडिया पर लोग आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। भाजपा आईटी सेल हेड अमित मालवीय ने ट्वीट किया,” 20 लाख नौकरियां देने की बात करने वाले नीतीश कुमार की पुलिस ने पटना में प्रदर्शन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थी को अमानवीय तरीके से मारा। बिहार की सरकार और उसके अधिकारी ने न सिर्फ शिक्षक के चेहरा को लहूलुहान कर दिया बल्कि तिरंगे का भी अपमान किया। यही है जेडीयू-राजद सरकार का असली चेहरा।”

लोगों की प्रतिक्रियाएं

पत्रकार अंजना ओम कश्यप ने लिखा कि पटना में शिक्षक अभ्यार्थियों पर ये खूंखार लाठियों की बौछार किया गया। शर्मनाक है। रवि रंजन नाम के यूजर ने लिखा कि तेजस्वी यादव शर्म कीजिए, कम से कम ये सब तो रोक ही सकते हैं आप। एसके सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ये बिहार की सरकार और उसके अधिकारी हैं। इन्होंने ना सिर्फ शिक्षक अभ्यर्थी के सिर और चेहरे पर बेरहमी से लाठी मार कर लहूलुहान कर दिया बल्कि तिरंगे का भी अपमान किया। ये पटना के ADM (L&O) के. के. सिंह हैं।

अर्चना मौर्या ने लिखा कि हाथ में तिरंगा लिए शिक्षक अभ्यर्थी को बुरी तरह घसीट कर पीटा जा रहा है। पीटने के लिए पूरा बदन छोड़ तिरंगा पकड़े हाथ पर ही प्रहार किया जा रहा है। क्या यह तिरंगे का अपमान नहीं है? प्रदीप सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि नीतीश कुमार जी ऐसे दिलाओगे आप 10 लाख लोगों को रोजगार? कृष्णा नाम के यूजर ने लिख कि इनको आठ सालों से केंद्र में और 17, सालों से भाजपा के राज में नौकरियों नहीं मांगी जो आठ दिन पूरानी सरकार से नौकरी मांगने के लिए रोड पर दंगा करने भेज दिए।

रंजन कश्यप ने लिखा जो तेजस्वी यादव कल तक खुद धरना स्थल तक पहुंचते थे, आज वही लाठी चलवा रहे हैं.। इस अधिकारी को लड़के के सिर पर लाठी नहीं चलाना चाहिए था। सुखवीर गौतम नाम के यूजर ने लिखा कि बिहार पुलिस कानून के नियमों का उल्लंघन कर रही है। सारे न्यायिक काम लोकतंत्र और कानून को ध्यान में रखकर करने चाहिए।

बता दें कि प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी STET एग्जाम पास कर चुके हैं लेकिन सरकार ने उन्हें अभी तक नौकरी नहीं दी है। ये अभ्यर्थी पिछले काफी समय से प्रदर्शन करते आ रहे हैं हालांकि हर उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिलता है लेकिन नौकरी अभी तक नहीं मिल पाई है।