बिहार सीएम नीतीश कुमार दिल्ली पहुंच विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात की। राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और मुलायम सिंह यादव समेत तमाम नेताओं चर्चा की। ऐसा माना जा रहा है कि साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में हैं। दिल्ली दौरे के अपने आखिरी दिन नीतीश कुमार ने अपने पुराने सहयोगी/रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर हमला बोला है।
प्रशांत किशोर का नाम सुनते ही भड़के नीतीश कुमार
दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि वो आदमी मेरे साथ आया था। उनको हमने मना किया था कि बाक़ी सब काम छोड़ दीजिये लेकिन वो नहीं माने। देश भर घूम घूम कर कितनी पार्टियों का काम करते रहे। बिहार में अगर कुछ कहते हैं कहते रहते, उनके बयान का कोई मतलब नहीं है।
“वो अंड बंड बोलते रहते हैं”
नीतीश कुमार ने कहा कि अगर कोई इस तरह की बात करता है वो उसका भाजपा के साथ रहने का मन होगा, नीतीश कुमार ने कहा उनको क्या पता है? ABC मालूम है कि बिहार में क्या काम हुआ है। इनको मालूम है कि अपना पब्लिसिटी लेने का, स्टेटमेंट देने का। उन्होंने कहा कि वो सबका एक्सपर्ट है। वही सब अंड-बंड बोलता रहता है। कोई मतलब है उसके बात का?
नीतीश कुमार के बयान पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
नीतीश कुमार के बयान पर @thisis_shekhar यूजर आईडी से लिखा गया कि नीतीश जी, बिल्कुल वैसे ही जैसे आपने बिहार का हाल किया है। वो भी अंड बंड ही है। @thebestprahlad यूजर आईडी से लिखा गया कि प्रशांत किशोर जी बहुत कम बोलते हैं और सटीक बोलते हैं। चाचा कुछ अहंकार में बोल रहे है।@rohitkiraye ने लिखा कि मेरे ख्याल से इन्होंने ही प्रशांत किशोर को उपाध्यक्ष बनाया था तो अंड बंड बोलने वाले को कुछ भी बना सकते हैं क्या?
@DilipKu47787883 ने लिखा कि नीतीश जी अब खुश रहने लगे हैं और खुल कर बोलते हैं। भाजपा के साथ नीतीश जी बिलकुल खुश नहीं थे। ओम तिवारी नाम के यूजर ने लिखा कि जितनी इनकी महत्वाकांक्षा बढ़ती जा रही है, उतनी ही इनकी भाषा गंदी होती जा रही है। कभी जिनसे सियासी राय लेते थे, अब उनके लिए तू-तकार की भाषा इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रशांत किशोर के बारे में कहते हैं, ‘ई आदमी अंडबंड बोलता रहता है।
बता दें कि जब से नीतीश कुमार महागठबंधन में शामिल हुए हैं तब से प्रशांत किशोर लगातार नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं। भाजपा का साथ छोड़ने के बाद जब नीतीश कुमार महागठबंधन में शामिल हुए तो प्रशांत किशोर ने कहा था कि 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार का मौजूदा महागबंधन टूट जाएगा। प्रशांत किशोर का कहना है कि बिहार में दो चीजें नहीं बदली हैं। पहला, मुख्यमंत्री की कुर्सी से नीतीश कुमार और दूसरा, बिहार की दशा। प्रशांत किशोर ने बिहार की दुर्दशा के लिए नीतीश कुमार को ही जिम्मेदार बताया था।