निर्मला सीतारमण ने आज रक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया और इसके साथ ही वह देश की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री बन गईं हैं। निर्मला ने अपने पूर्ववर्ती अरुण जेटली की मौजूदगी में कार्यभाल संभाला। वित्त मंत्री अरुण जेटली के पास रक्षा मंत्री का अतिरिक्त प्रभार भी था। जेटली के एक द्विपक्षीय वार्ता के लिए जापान के दौरे पर होने के कारण सीतारमण अब तक पदभार ग्रहण नहीं कर पाई थीं। मनोहर पर्रिकर के इस्तीफे के बाद मार्च में जेटली को रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था। पर्रिकर ने गोवा का मुख्यमंत्री पद संभालने के लिए केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया था, जिसके तहत सीतारमण को प्रोन्नत करके कैबिनेट मंत्री का दर्जा और यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। उनके कार्यभार संभालने के पहले एक पुजारी ने रक्षा मंत्री के चैंबर में पूजा अर्चना की। निर्मला ने कार्यभार संभालने के बाद वहां मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों से संक्षिप्त बातचीत की। वह देश की पहली पूर्ण कालिक महिला रक्षा मंत्री हैं और इस अहम पद को संभालने वाली दूसरी महिला हैं। इससे पहले सत्तर के दशक में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पास यह मंत्रालय था। इंदिरा ने एक से 21 दिसंबर 1975 और 14 जनवरी 1980 से 15 जनवरी 1982 तक रक्षा मंत्रालय का प्रभार संभाला था।
रक्षा मंत्री के तौर पर निर्मला रक्षा पर महत्वपूर्ण कैबिनेट समिति की सदस्य होंगी । प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री भी इस समिति के सदस्य हैं। सीतारमण के रक्षा मंत्री बनते ही ट्विटर पर मंत्रालय की एंट्री हो गई है। खास बात यह है कि रक्षा मंत्री का अकाउंट रोमन लिपि में हिंदी में लिखा गया है यानी Raksha Mantri। अभी तक ट्विटर पर किसी भी मंत्रालय का नाम हिंदी या रोमन हिंदी में नहीं था। गुरुवार (7 सितंबर) की सुबह 10.30 यह ट्विटर अकाउंट खोला गया है।
Smt. @nsitharaman takes charge as Defence Minister pic.twitter.com/aPF3ytkite
— PIB India (@PIB_India) September 7, 2017