समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के जिन्ना वाले बयान पर राजनीति बयानबाजी थम नहीं रही है। इसी मुद्दे पर हो रही एक डिबेट के दौरान सपा प्रवक्ता सुनील साजन ने बीजेपी पर पलटवार किए।

न्यूज़ 24 पर प्रसारित हुई डिबेट में सपा प्रवक्ता ने कहा कि अखिलेश के बयान को अधूरे अर्थ में प्रचारित किया जा रहा है। साजन ने कहा कि उन्होंने बढ़ती महंगाई के लिए भी सरकार को घेरा था। लेकिन भाजपा केवल जिन्ना वाली बात को प्रचारित कर रही है।

सुनील साजन ने कहा, हम जिन्ना और सावरकर के चक्कर में नहीं पड़ना चाहते हैं। दोनों ही बंटवारे को लेकर एक मंच पर खड़े थे। दोनों में बस इतना फर्क है कि जिन्ना ने कभी सावरकर की तरह माफी नहीं मांगी थी। उन्होंने कहा कि जिन्ना की मजार पर फूल चढ़ाने के लिए बीजेपी अध्यक्ष रहते लालकृष्ण आडवाणी गए थे।

एंकर ने पूछा, जिसने देश का बंटवारा किया हो, अखिलेश ने उनेके साथ नेहरू, पटेल और गांधी जी का नाम क्यों लिया? तो पार्टी प्रवक्ता ने कहा, हम पूरा इतिहास नहीं देख रहे हैं। अखिलेश ने सिर्फ इतना कहा था कि तीनों स्वतंत्रता सेनानी एक ही कॉलेज से पढ़े थे।

सपा प्रवक्ता की बात पर भाजपा प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने अखिलेश के बयान को सोच समझकर दिया गया वक्तव्य बताया। त्रिपाठी ने कहा, जिस व्यक्ति की वजह से बंटवारे के दौरान लोगों को दर्द झेलना पड़ा उसका जिक्र अखिलेश क्यों कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान से अंतरराष्ट्रीय पटल पर देश का नाम खराब होता है।

गौरतलब है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के बयान को शर्मनाक कहा था। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी इसे गलत बताया था। उन्होंने कहा, भारतीय मुसलमानों का मोहम्मद अली जिन्ना से कोई लेना देना नहीं है। हमारे बुजुर्ग दो राष्ट्र के सिद्धांत को खारिज कर चुके थे। इसी कारण उन्होंने भारत में रुकने का फैसला किया।