सपा प्रमुख अखिलेश यादव व आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह से मुलाकात के बाद सियासी गलियारों पर इस बात की चर्चा जोरों पर है कि दोनों ही पार्टियां उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिलकर बीजेपी को टक्कर देंगी। इसी विषय पर न्यूज़ 18 इंडिया चैनल पर बात करते हुए संजय सिंह ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।

आप सांसद से एंकर अमन चोपड़ा ने पूछा – आप लोगों ने अभी दिल्ली में राम मंदिर बनाया, जिनसे गठबंधन कर रहे हैं उन पर राम भक्तों पर गोलियां चलाने का आरोप है? इस गठबंधन से वोटर कंफ्यूज नहीं होगा? इस सवाल पर संजय सिंह ने कहा – हमारे वोटर बिल्कुल भी कंफ्यूज नहीं होंगे। प्रभु राम के नाम पर चंदा चोरी करने का प्रमाण मैंने सबके सामने दिया था। बीजेपी द्वारा इस पर क्या कार्रवाई की गई?

संजय सिंह ने आगे कहा – भारतीय जनता पार्टी को आप राम भक्तों की श्रेणी में कैसे देख रहे हैं? यह पार्टी जो अपने आप को राम भक्त बताने का दावा करती है, उस पर प्रमाण सहित आरोप है कि राम मंदिर के निर्माण के दौरान घोटाला किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी का भगवान राम से कोई लेना-देना है ना ही धर्म से कोई लेना-देना है, प्रभु राम सबके हैं।

अखिलेश यादव ने संजय सिंह से की मुलाकात, सोशल मीडिया यूजर्स देने लगे ऐसे रिएक्शन

एंकर ने पूछा – यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह चुनाव जिन्नावादी बनाम राष्ट्रवादी है। आप किस तरफ खड़े हैं? इस पर संजय सिंह ने कहा कि सबसे बड़ी जिन्नावादी पार्टी तो बीजेपी है। इनके नेता लालकृष्ण आडवाणी जिन्ना की मजार पर गए थे। उन्होंने जिन्ना को धर्मनिरपेक्ष बताया था।

संजय सिंह ने आरएसएस का जिक्र करते हुए कहा कि जिन्ना के साथ आजादी के पहले तीन राज्यों में RSS और हिंदू महासभा ने मिलकर सरकार बनाई थी। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान बनाने का प्रस्ताव पारित हुआ। उस समय हिंदू महासभा के 3 लोग मुस्लिम लीग में शामिल थे। इस ऐतिहासिक सच को जानना जरूरी है। संजय सिंह के इस बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

राजगोपाल (@rajgopal88) नाम के ट्विटर एकाउंट से लिखा गया कि भाजपा ने कब कहा कि श्री राम सिर्फ भाजपा के हैं? हां, आपने जरूर राम मंदिर के खिलाफ जहर उगले थे। सुनील दत्त (@SunilDu31278147) नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि केजरीवाल जी की नानी झूठ बोल रही थी क्या? पता नहीं तुम लोग इतना झूठ कैसे बोल लेते हो। आज सबको श्रीराम दिख रहे हैं, अगर योगी जी ना होते तो आज भी आप राम भगवान को काल्पनिक बताते रहते।