केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल व कमेरावादी पार्टी के नेता पल्लवी पटेल ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की हार को लेकर कहा कि हम इस पर समीक्षा करेंगे। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में वह अखिलेश यादव के साथ ही रहेंगीं। एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए पल्लवी पटेल ने अनुप्रिया पटेल को लेकर पूछे गए एक सवाल का भी जवाब दिया।

दरअसल, पल्लवी पटेल से अनुप्रिया पटेल का जिक्र कर सवाल किया गया कि वह आपके खिलाफ चुनावी प्रचार करने भी आईं थीं। क्या इसके बाद भी इस बात की गुंजाइश है कि आप उनके साथ जा सकती हैं? पल्लवी पटेल ने इसके जवाब में कहा, ‘ मुझे लगता है कि उन्होंने दबाव के कारण मेरे खिलाफ चुनाव प्रचार किया था। उनका सिराथू में आना मेरे लिए काम कर गया।’

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए पल्लवी ने कहा – उनकी भावनाएं मेरे साथ जुड़ी हुई है इसलिए मैं उनको धन्यवाद कहना चाहूंगी। उनका हर एक एक्शन मेरे लिए बहुत काम किया। उन्होंने कहा कि अगर इसी जगह बिना नाम लिए किसी व्यक्ति की चर्चा हो रही है तो इसका मतलब उसका असर यहां पर है। पल्लवी पटेल ने कहा कि उन्हें इस बात का अंदाजा था, सिराथू का चुनाव किस ओर बढ़ रहा है। उसको साधने के लिए उनको यहां भेजा गया था।

अनुप्रिया पटेल के साथ पारिवारिक संबंधों को लेकर पल्लवी पटेल ने कहा कि हमारा राजनीतिक जीवन भले अलग है लेकिन हम एक परिवार के तौर पर आज भी एक साथ ही हैं । जानकारी के लिए बता दें कि पल्लवी पटेल ने कौशांबी के सिराथू विधानसभा सीट से यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ चुनाव लड़ा था। जिसमें उन्होंने केशव मौर्य को पटखनी दी।

जानकारी के लिए बता दें कि अनुप्रिया पटेल से चुनाव प्रचार के दौरान पूछा गया था कि क्या आपको बहन के खिलाफ प्रचार करने में हिचक होती है? इस पर अनुप्रिया ने कहा था कि मैं केवल अपने पिता की विचारधारा को सड़क से लेकर संसद तक बढ़ाने का काम कर रही हूं। गौरतलब है कि पल्लवी पटेल के लिए पूर्व सपा सांसद व सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने भी प्रचार किया था।