प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों के खाते में 2000 रुपये की नौवीं किस्त ट्रांसफर की गई है। इस योजना के अंतर्गत 9.75 करोड़ किसानों के खाते में 19, 500 करोड़ की राशि भेजी है। इसी खबर पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट के जरिए लिखा कि बाबूजी घर से नहीं लाए थे, देश के राजस्व से ही दिया है।
उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए लिखा कि वैसे लगे हाथ दो बातें बता दें। 6.5 करोड़ किसान आज भी इस स्कीम से बाहर क्यों हैं? लगातार डीज़ल, खाद, कीटनाशक, उपकरणों पर GST बढ़ा कर खेती की लागत प्रति हेक्टेर ₹15,000 क्यों बढ़ायी? सुप्रिया श्रीनेत के इस ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं।
एक टि्वटर हैंडल से सोनिया गांधी पर सवाल उठाते हुए सुप्रिया श्रीनेत से पूछा गया कि सोनिया गांधी आज जो विश्व की चौथी सबसे अमीर महिला हैं। वह पैसा किसके घर से लाई हैं। आपकी मालकिन, कभी समय लगे और सवाल करने की हिम्मत हो तो एक बार जरूर पूछिएगा। @ysk_brz टि्वटर अकाउंट से लिखा गया कि हर क़िस्त में ये किसानों की संख्या में फर्क क्यों आ रहा है ? किसानों की संख्या कम क्यों होती जा रही है ? आखिर क्या कारण है इसका ?
एक ट्विटर यूजर उनके ट्वीट पर रिएक्ट करते हुए लिखते हैं कि तो मैडम नेहरू जी भी अपने घर से नहीं लाए थे। @abhaytewari1964 कैंडल से कमेंट आया कि फ़र्क़ इतना है कि नक़ली गाँधी परिवार राजस्व के पैसों को घोटाला कर के विदेश भेज देते थे और अब वो पैसा जन हित्त में लगा दिया जाता है।
बाबूजी घर से नहीं लाए थे, देश के राजस्व से ही दिया है।
वैसे लगे हाथ 2 बातें बता दें
-6.5 करोड़ किसान आज भी इस स्कीम से बाहर क्यों हैं?
-लगातार डीज़ल, खाद, कीटनाशक, उपकरणों पर GST बढ़ा कर खेती की लागत प्रति हेक्टेर ₹15,000 क्यों बढ़ायी? https://t.co/uEjwsiQRRF— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) August 9, 2021
@_kdnarayan टि्वटर अकाउंट से सवाल करते हुए लिखा गया कि सुप्रिया जी। बहुत दूर की बात नहीं करते मनमोहन सिंह जी कार्यकाल में कांग्रेस क्यों नहीं इस योजना को लागू कर पाई? जिसमें आज आप खोट निकल रही हैं। जानकारी के लिए बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अनुसार किसानों को 6000 रुपए प्रति वर्ष किया जाता है। 2000 रुपए की तीन किस्तों में यह राशि किसान के अकाउंट में भेजी जाती है। सरकार के जारी आंकड़ों के अनुसार अब तक करीब 1 दशमलव 38 लाख करोड़ रुपए किसानों के अकाउंट में भेजे गए हैं।