दुनिया कहां से कहां से चली गई मगर आज भी लोगों को उनके स्किन कलर को लेकर ताने मारे जाते हैं। त्वचा की रंगत को लेकर उन्हें नीचा दिखाया जाता है, क्या देश क्या, विदेश क्या गांव, क्या शहर। लोग तुरंत किसी के चेहरे की रंगत भर से पल भर में उसे जज कर अपने तय किए पैमाने पर तौल देते हैं। उनके हिसाब से सुंदरता का मतलब गोरे रंग से होता है… बल्कि हम सभी जानते हैं कि डस्की, ब्राउन और सांवले रंग की खूबसूरती की जितनी तारीफ की जाए कम है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक मां ने बेहद इमोशनल वीडियो ने शेयर किया है, जिसमें उसकी पांच साल की बेटी अपनी डार्क स्किन टोन के कारण स्कूल में नीचा दिखाए जाने पर अपना दुख बताते हुए रो रही है।
वीडियो में लड़की रोते हुए कहती है कि उसे अपनी स्किन टोन पसंद नहीं है क्योंकि अन्य बच्चे इसे “बदसूरत” कहते हैं। वह बार-बार अपनी स्किन का रंग बदलने की बात बोल रही है, जिससे पता चलता है कि बार-बार किए गए कमेंट ने बहुत कम उम्र में उसके मन को कैसे प्रभावित किया है। मां धीरे से उसे दिलासा देती है और आश्वस्त करती है कि वह सुंदर है, प्यारी है और अनमोल है। मां समझाती है कि लोगों की त्वचा का रंग अलग-अलग होता है और कोई भी गंदा या बदसूरत नहीं होता है।
हैरानी की बात यह है कि बड़े स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की भी क्या ऐसी मानसिकता हो सकती है जो एक एलीट क्लास की फैमिली से आते हैं और विदेशों में भी बच्चे रंगभेद के शिकार हो रहे हैं। असल में सोशल मीडिया पर एक दिल तोड़ने वाला वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक पांच साल की बच्ची सिर्फ इसलिए रो रही है क्योंकि उसके स्कूल के बच्चों ने उसके स्किन कलर को लेकर उसका मजाक बनाया और उसे नीचा दिखाया।
वीडियो के साथ शेयर किए गए अपने मैसेज में मां ने बताया कि उनकी बेटी को स्कूल में बार-बार भद्दे कमेंट का सामना करना पड़ा है। समय के साथ इन कमेंट्स ने बच्चे के व्यवहार और आत्मविश्वास को बदल दिया है, जिससे उसे विश्वास हो गया कि वह अपनी शक्ल-सूरत के कारण दूसरों बच्चों से कम है। बच्ची को यहां तक लगने लगा कि वह अपने रंग के कारण कभी भी सुंदर नहीं हो सकती या राजकुमारी नहीं बन सकती।
मां ने आगे कहा कि यह वीडियो जागरूकता बढ़ाने के लिए शेयर किया गया था, सहानुभूति पाने या दोष देने के लिए नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि कैसे क्लास और खेल के मैदानों में बोले गए शब्द बच्चे की भावना को गहराई से प्रभावित कर सकते हैं और आने वाले सालों में वे खुद को कैसे देखने लगते हैं।
उन्होंने माता-पिता, शिक्षकों और देखभाल करने वालों को सलाह दी है। वे कहती हैं कि इन बातों को यह कहकर छोड़ दिया जाता हैं कि अरे बच्चे ही तो हैं मगर इसका क्या प्रभाव होता है यह आपके सामने है। मां ने यह कहा कि हर बच्चा वैसा ही सुंदर और प्यारा है। आशा है कि इस वीडियो को देखने के बाद माता-पिता अपने बच्चों को यह बात समझाने और सिखाने की कोशिश करेंगे।
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि बच्ची हिचकियां ले रही है, वह घर आकर चुपचाप कोने में छिपकर रो रही है, इतना ही नहीं वह एंजल (एक तरह की डॉल) को लेकर आई है और उससे विश मांग रही है कि उसका रंग गोरा हो जाए ताकि बच्चे उसे चिढ़ाना बंद कर दें। वह कहती है कि वह कभी इस एंजल की तरह नहीं बन सकती क्योंकि वह सांवली है। उसका कॉन्फिडेंस गिर गया है और वह लगातार रोए जा रही है, मां अपनी बेटी को इस हाल में देखर घबरा जाती हैं, उसे बार-बार समझाने की कोशिश कर रही हैं मगर बच्ची समझने को तैयार नहीं है।
उसे लग रहा है कि वह सुंदर नहीं है वह बहुत गंदी है क्योंकि उसे स्कूल में बच्चों ने उसकी डस्की स्किन का मजाक बनाकर उसे चिढ़ाया है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रह है जिसे देखने के बाद आपको भी हैरानी हो सकती है और बच्ची की सिसकियां आपका दिल भी दुखा सकती हैं। बेटी की खुशी के लिए इस पिता ने जो किया, वो करने के लिए कलेजा चाहिए, शर्मिंदगी और दुनिया की नहीं की परवाह
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